ICSE को इंटरनेशनल बोर्ड प्रचारित कर मूर्ख बनाने वाले स्कूलों पर होगी कार्रवाही

शिवपुरी। पिछलो दिनो शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने खबर प्रकाशित की थी कि शहर के कुछ स्कूल आईसीएसई के नाम पर पालको को मूर्ख बना रहे है। आईसीएसई कोई इंटरनेशनल कोर्स नही है। अब प्रशासन ऐसे मूर्ख बना रहे स्कूलो पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है।  जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत सिंह गिल ने प्राईवेट स्कूल संचालकों को पत्र जारी कर कहा है कि अपने होर्डिंग्सो और प्रचार समाग्री पर मान्यता और स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओ का उल्लेख करें और जिन स्कूलों की मान्यता जिस स्तर की है उसी स्तर पर ही उल्लेख करे। ऐसा करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाऐगी। 

आईसीएसई का एक ही स्कूल फिर दूसरे कैसे लिख सकते है 
आईसीएसई की मान्यता के मामाले में परमजीत सिंह गिल का कहना है कि शहर में आईसीएसई का एक ही स्कूल है ओर कुछ अन्य स्कूल संचालकों ने अपने फ्लैक्स में आईसीएसई लिखकर प्रचार करना शुरु कर दिया है, यदि ऐसा है तो यह सीधा सीधा अभिभावकों से छलावा है और अभिभावकों को गलत जानकारी देने कानूनन जुर्म है ओर यदि ऐसा कार्य करते कोई शिकायत आती है या पकड़ा जाता है तो कार्रवाई होगी। 

आईसीएसई नही है इंटरनेशनल मान्यता 
शहर में कुछ स्कूल ऐसे हैं जिन पर अभी मप्र बोर्ड की मान्यता भी नही है वह आईसीएसई मान्यता प्राप्त लिख रहे हैं, और मौखिक रूप से इस आईसीएसई को इंटरनेशनल बता रहे है परन्तु ऐसा नही है ऐसे में स्कूल संचालक पालको को मूर्ख बनाकर धोखाधडी भी कर रहे है। 

आईसीएसई की फुल फॉर्म इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी ऐजूूकेशन। यह कोई अंतराष्ट्रीय ऐजूकेशन नही है। यह शुद्ध भारतीय ऐजूकेशन ही है। आईसीएसई एक पूर्ण: भारतीय कांउसिंल है और ऑटोनोमस बॉड़ी है, यह सीबीएसई के नियंत्रण में ही काम करती है। 

शिक्षाविदो को कहना है कि सीबीएसई की तुलना में आईसीएसई का पाठ्यक्रम और विश्वसनीयता काफी कम है। यहां यह बता देना बहुत ही आवश्यक होगा कि इस देश में होने वाली यूपीएससी लोक सेवा आयोग से लेकर समस्त प्रतियोगी परिक्षाओ में सीबीएसई के पाठ्यक्रम पर ही आधारित होती है लेकिन स्कूल अपने फायदे के लिए शहर को भ्रमित कर आईसीएसई को इंटरनेशनल बोर्ड बताकर बच्चो और पेरेंट्स के साथ धोखाधड़ी कर रहे है। अब बिना मान्यता के ऐसे स्कूलो पर कार्रवाई करने की बात जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत सिंह गिल ने कही है।