पान के डिब्बे में मेडिक़ल स्टोर,चाय पानी कर लौटे अधिकारी

विकास कुशवाह, कोलारस। जिले के कोलारस नगर में नियमो का गैंगरेप कैसे किया जाता है उदाहरण यहां देखने को मिल रहे है। नगर में पान जैसे लोहे के स्टॉलो में मेडिकल स्टोर संचालित हो रही है,और अधिकारी भी चैक करने जाते है और चाय पानी कर लौट आते है। ऐसे में थोक और फुटकर मेडिक़ल स्टोरो की बात तो छोड ही दो। 

पिछले कुछ माह पूर्व कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। कई प्रेस नोट भी जारी हुए कि सभी मेडिक़ल स्टोरो पर वही व्यक्ति बैठै जिसके नाम फार्मासिस्ट काा लाईसैंस हो,और सभी मेडिकल स्टोर पर लैक्स टगें हो जिस पर लिखा हो कि यह दुकान खैरिज या थोक।

जिले में खेरीज दुकानो के लाइसैंस अधिक है और फुटकर दुकानो के कम,लेकिन कोलारस में जगतपुर रोड पर मेडिकल स्टोरो के दुकानो के सभी नियमो का गैंगरेप कर दिया है। नियमानुसार हर हाल में उस दुकान को लाईसेंस दिया जाऐगा जो पक्की हो। 

लेकिन जगतपुर रोड पर धाकड मेडिकल स्टोर पाननुमा डिब्बे में चल रही है। और सबसे खास बात यह है कि अभी मेडिक़ल स्टोरो पर छापामार कार्यवाही के दौरान टीन के डब्बे में संचालित होने वाली मेडिकल कि शिकायत भी की गई थी जिस पर जिले में गठित टीम से जांच करने गई उक्त मेडिक़ल स्टोर को सील करना था लेकिन टीम चाय पानी कर लौट आई और मिडिया से कार्रवाई करने की बात करके निकल गई। 

लेकिन कई हफ्ते बीतने के बाद भी आज तक कार्यवाही नही कि गई बताया जाता है। कार्यवाही के लिए जब टीम कोलारस पहुंची तो कोलारस के जि मेदार अधिकारी ने मामले को दबाते हुए चाय पानी पिलाकर रवाना कर दिया। 

बताना होगा कि जिस जगह टीन के डिब्बे में मेडिकल संचालित है वहां से रोज कोलारस एसडीएम, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य अफसरो का आना जाना बना रहता है। लेकिन आज तक किसी अधिकारी कि नजर मेडिकल स्टोर पर नही पड़ी जो कई सवाल खड़े कर रहा है। 

इस मामले में अपने राम का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टरो की तरह भी मेडिक़ल स्टोरो से महिना फिक्स हो गया है। कलेक्टर शिवपुरी की यह मुहिम अधिकाारियो के भ्रष्टाचार की ओर दुकान बन गई अब देखाना यह है कि आगे क्या होता है। 

इनका कहना है
मैं अभी इस मामले को दिखतावा  हूॅ,अगर कोई मेडिकल स्टोर ऐसे चल रही है और अधिकाारी उसे चेक कर आए है तो अवश्य ही कार्रवाई होगी। 
ओपी श्रीवास्तव,कलेक्टर शिवुपरी