यशोधरा के विरोध को लेकर आपस में उलझे हरिबल्लभ और गणेश गौतम

शिवपुरी। शिवपुरी में इन दिनो कांग्रेस कोमा में है और उसे जिंदा करने के लिए विरोध की राजनीति होनी चाहिए,कांग्रेस की विधानसभा कोर कमेटी की बैठक में विरोध पर चर्चा करते समय पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला और पूर्व विधायक गणेश गौतम में यशोधरा राजे सिंधिया के विरोध की रणनीति को लेकर तीखी तकरार होने की खबर आ रही है।  

यशोधरा राजे के विरोध के मुद्दे पर कांग्रेसी स्पष्ट रूप से दो धड़ों में बट गए। पूर्व विधायक गणेश गौतम और सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी का रवैया जहां नरम रहा। दोनों का कहना था कि व्यक्तिगत रूप से विरोध किया जाना उचित नहीं है। वहीं जनपद पंचायत शिवपुरी के अध्यक्ष पारम रावत ने एक कदम आगे बढक़र कहा कि मैं यशोधरा राजे का विरोध करूंगा वहीं मंत्री जयभान सिंह पवैया को भी शिवपुरी में नहीं घुसने दिया जाएगा।

हस्तक्षेप करते हुए सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी अमिताभ हर्षी ने कहा कि यशोधरा राजे का सीमा में रहकर विरोध करने का किसने मना किया है।  बैठक में पूर्र्व मंत्री प्रभूराम चौधरी, हरिवल्लभ शुक्ला, गणेश गौतम, राकेश गुप्ता, मुन्नालाल कुशवाह, हरवीर सिंह रघुवंशी, रविन्द्र शिवहरे, चन्द्रभान सिंह यादव, एपीएस चौहान, अनिल उत्साही, अन्नी शर्मा, पूनम कुल्श्रेष्ठ, सोहन गौड़, रामवीर सिंह यादव, पुनीत शर्मा आदि उपस्थित थे। 

हुआ यह कि बैठक में हरवीर सिंह रघुवंशी ने कहा कि हमें व्यक्तिगत रूप से किसी को टारगेट नहीं करना चाहिए। प्रशासन के खिलाफ यदि हम आंदोलन करते हैं तो हम किसी अधिकारी का नाम लेकर उसे टारगेट न करें। इस पर पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला ने आपत्ति की और कहा कि बिना आक्रामक तेवर के कांग्रेस कैसे जनता के दिल में स्थान बना पाएगी। 

उन्होंने कहा कि शिवपुरी भाजपा में सिर्फ यशोधरा राजे का जादू चलता है। प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह से लेकर किसी की नहीं चलती है। प्रशासन और पुलिस पर भी उनका दबदबा रहता है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस को स्थान बनाने के लिए यशोधरा राजे को टारगेट करना होगा।

जिस पर पूर्व विधायक गणेश गौतम ने आपत्ति खड़ी की। उनका कहना था कि जयभान सिंह पवैया ने सिंधिया के खिलाफ जो बयान दिया है उससे भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया है। फिर कांग्रेस को इसमें क्यों उलझना चाहिए। इस पर हरिवल्लभ विफर उठे और उन्होंने कहा कि मैं तो एक बार एक्सीडेंटली चुनाव हारा और तुम तो पांच बार हार चुके हो।

फिर भी अटैक करने से घबरा रहे हो। इस पर गणेश ने गुस्साए अंदाज में कहा कि मैं कहां पांच बार हारा हूं। हरिबल्लभ शुक्ला ने कहा कि शिवपुरी तु हारा क्षेत्र है और कांग्रेस यहां से लगातार हार ही तो रही है। विवाद जब बढऩे लगा तो जनपद अध्यक्ष पारम रावत ने हरिवल्लभ की हां में हां मिलाते हुए कहा कि मैं करूंगा यशोधरा राजे का विरोध। 

इसी बीच सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी अमिताभ हर्षी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यशोधरा राजे के विरोध का किसने मना किया है। लेकिन विरोध का दायरा हमें संयमित रखना होगा। सीमा में रहकर विरोध यदि किया जाता है तो इसमें गलत क्या है?