शिवपुरी में स्कूलो के नया खेल: इटंरनेशनल बोर्ड के नाम पर धोखाधड़ी

शिवपुरी। शहर में इस समय स्कूलो द्वारा नए पाठ्यक्रम के नाम पर भ्रमित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि स्कूलो ने अपने प्रचार-प्रसार के माध्यमो पर आईसीएसई के पाठ्यक्रम को इंटरनेशनल पाठ्यक्रम बताकर पालको को भ्रमित किया जा रहा है। जबकि यह कोई इंटरनेशनल पाठ्यक्रम नही है। 

जैसा कि विदित है कि शहर में पिछले वर्ष और इस वर्ष कुछ नए स्कूल ओपन हुए है और इस समय स्कूल में एक-एक एडमिशन के लिए मारा-मारी चल रही है। इसी कॉ िटशन के युुग में कुछ स्कूल अपने प्रचार-प्रसार के माध्यमो में अपने आप को आईसीएसई की मान्यता प्राप्त  और आईसीएसई को इंटरनेशनल पाठ्यक्रम बताकर प्रचारित कर रहे है। 

इम पाठको को ज्ञात करा दे कि आईसीएससी की फुल फॉर्म इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी ऐजूूकेशन। यह कोई अंतराष्ट्रीय ऐजूकेशन नही है। यह शुद्व भारतीय ऐजूकेशन ही है। आईसीएसई एक पूर्ण: भारतीय कांउसिंल है और ऑटोनोमस बॉड़ी है,इसे यह सीबीएसई के नियत्रण  में ही काम करती है। 

शिक्षाविदो को कहना है कि सीबीएसई की तुलना में आईसीएसई का पाठ्यक्रम और विश्वसनीयता काफी कम है। यहां यह बता देना बहुत ही आवश्यक होगा कि इस देश में होने वाली यूपीएससी लोक सेवा आयोग से लेकर समस्त प्रतियोगी परिक्षाओ में सीबीएसई के पाठ्यक्रम पर ही आधारित होती है। 

लेकिन स्कूल अपने फायदे के लिए शहर को भ्रमित कर आईसीएसई को इंटरनेशनल बोर्ड बताकर बच्चो और पेरोटंस  के साथ धोखाधड़ी कर रहे है। इस लिए जो पेरेटंस अपने बच्चे का एडमिशन इस साल कर रह है वे स्कूलो की पाठ्यक्रमो और मान्यताओ को अपने स्तर से जांच कर निर्णय ले।