300 बेड पर 500 ने खाई दवाई गोली: करो न फूड इस्पेक्टर पर कार्रवाई

सतेन्द्र उपाध्याय @पोस्टमार्टम/शिवपुरी। तारीख 5 की रात को एक छोटी सी खबर की शादी समारोह में पंगत भोज करके आए कुछ लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हो गई है। सुबह होते-होते यह खबर बड़ी बन गई कि कुछ लोगों को नही सैकडो लोगों को विशाक्त भोजन करने से फूड-पॉइजन हो गया। 

लेकिन इसके अगले दिन यह खबर बड़ी हो गई कि पूरी की पूरी बारात और दूल्हन बिस्तर पर है और लगभग 500 लोगों ने झोला छाप डॉक्टरो की दवा खा चुके है। इतने बडे काण्ड पर प्रशासन ओम शांति करके बैठा है क्यों ? क्यों अपने अधीनस्थों पर कड़क रहने वाली प्रभारी कलेक्टर फूड इंस्पेक्टर पर नरम हैं। 

जैसा कि विदित है कि शिवपुरी बैराड कस्बे में 5 फरवरी को एक शादी में लगभग 1500 लोगों ने भोजन किया। इन 1500 लोगों में से 1000 लोगों को इस भोजन के कारण इलाज कराना पड़ा, लगभग आंकडा आ रहा है कि 300 लोगो को उल्टी-दस्त की शिकायत रही उन्हे अस्पतालो के बेडो का सुख झेलना पड़ा। 

इतना ही इस शादी की दुल्हन भी बीमार बताई जा रही है औरी उसका भी ईलाज शहर के एमएम हॉस्टिल में चल रहा है। बाकी पांच सात सौ लोगो को इस भोजन से कोई न कोई परेशानी आई और उन्है अपना ईलाज करना पड़ा। 

शिवपुरी की मीडिया ने अपना धर्म निभाते हुए इस खबर का प्रकाशन किया। परन्तु प्रशासन ने अपना धर्म नही निभाया। इतने लोग एक साथ कैसे बीमार हुए,क्यो हुए इस शादी के खाने में क्या खाया कि यह आंकडा न गिनने योग्य हो गया। खबर यह आ रही है कि शादी में बने दही बडो से यह काण्ड हुआ और दही बडो में यह काण्ड दूध के कारण हुआ। 

जैसा कि शिवपुरी समाचार डॉट कॉ ने एक पखबाडे पूर्व यह खबर भी प्रकाशित की थी कि बैराड में नकली दूध का कारोबार फल-फूल रहा है। लेकिन प्रशासन ने इस खबर को हवा में उड़ा दिया। बताया यह जा रहा है कि बैराड में नकली दूध तैयार किया जा रहा है।

अब नकली दूध बैराड में बिकने के कारण इतना बडा काण्ड हो गया परन्तु फूड विभाग ने कोई भी कदम अभी तक नही उठाया। इसके कई कारण हो सकते है। इस मामले में अपने राम का कहना है कि नकली दूध कब कहा और कौन कैसे बना रहा है यह सब जानकारी फूड विभाग को है। 

लेकिन हर महिने साहबो के यहां महिना फिक्स है। मजाल क्या कि इन साहबो के मर्जी के बिना एक लीटर दूध भी मार्केट में बिक जाऐ,परन्तु साहबो ने तो जहर बैचने का लाईसेंस जो दे रखा है,इस कारण ही अभी तक इतने बडे काण्ड पर फूड विभाग ने कोई भी एक् शन नही लिया है।