बेलेन्टाईन डे नहीं, हम मनाएगें 14 फरवरी को शहीद दिवस

शिवपुरी। विगत कई वर्षो से देश के युवा 14 फरवरी को बेलेन्टाइनडे के रूप में मनाते चले आ रहे हैं जिसके लिए प्रशासन को पसीना बहाना पड़ता है। वहीं कुछ राजनैतिक दलों के संगठनों एवं सामाजिक संगठनों द्वारा इस पाश्चात्य संस्कृति के लिए विकसित होने से रोकने का भरसक प्रयास भी किया जाता रहा है। युवा पीढ़ी है कि अपने देश की संस्कृति को छोड़ पाश्चात्य संस्कृति का अनुकरण करने पर अमादा है। 

युवा पीढ़ी द्वारा बेलेंटाईन डे 14 फरवरी को है इस तथ्य की जानकारी अधिकांश युवक एवं युवतियों को होगी, लेकिन ऐसे कितने युवा है जो इस तथ्य से वाकिफ है कि 14 फरवरी को ही भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू को लाहौर में फांसी दी गई थी। जिनकी शहादत की बदौलत आज हम स्वतंत्र देश में निवास कर रहे हैं तथा खुली हवा में सांस ले रहे हैं। युवा पीढ़ी द्वारा ऐसे महान देश भक्तों को भुला दिया गया है। 

जिनके द्वारा देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निर्वहन किया गया था। बेलेन्टाइन डे पर भी प्यार का ही इजहार किया जाता है, लेकिन देश प्रेम से बड़ा कोई भी प्यार नहीं है तब युवा पीढ़ी द्वारा 14 फरवरी को बेलेन्टाइन डे के स्थान पर देश की आजादी में अपने प्राणों की आहुति देने शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू के प्रति श्रद्धांजली स्वरूप अपने प्यार का इजहार करें। जिन्होंने देश को आजाद कराने में अपने प्राणों की आहुति दे दी उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।