बीच बाजार में रिश्वत की किस्त वसूल रहे प्रधान आरक्षक को लोकायुक्त ने दबौचा

शिवपुरी। अभी-अभी खबर आ रही है कि शहर की फिजीकल चौकी में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने रंगें हाथो बीच बाजार में दबौच लिया। बताया जा रहा है कि आरक्षक फरियादी एक अग्रिकांड में आरोपी बनाने की धमकी दे रहा था। 

जानकारी के अनुसार नववर्ष के दिन सौन-चिरैया होटल के सामने एक मकान में रहने वाले 2 किराएदारो में विवाद हो गया था। बताया गया था कि किराएदार अनिल त्रिपाठीे पुत्र जगदीश त्रिपाठी उम्र 51 वर्ष और इस मकान में किराए से रहने वाले जीओ कंपनी में कार्यरत रामअवतार परिहार के बीच मकान में लगी घंटी बजाने को लेकर हो गया था। इसी विवाद में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। 

फिजीकल चौकी ने आगजनी की घटना का मामला दर्ज कर लिया था। इस मामले में दोनो पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे कि आग इसने लगाई। इस घटनाक्रम में फिजीकल चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रताप रघुवंशी ने इस आगजनी कांड के संदिग्ध अनिल त्रिपाठी को फोन लगाकर धमकी दी कि 25 हजार रूपए नही दिए तो इस आगजनी में तुम्है आरोपी बना दिया जाऐगा। 

बताया गया है कि अनिल त्रिपाठी और आरक्षक के बीच 25 हजार में सौदा पट गया और रिश्वत की प्रथम किस्त 15 हजार रूपए आरक्षक को दे दी। इसके बाद अनिल त्रिपाठी ने इस पूरे मामले की शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस से की। 

लोकायुक्त ने आगे की कार्रवाई करते हुए टेपरिकार्डकर दिया और आरक्षक और अनिल त्रिपाठी के बीच हुइ रिश्वत की बातचीत के आधार पर तय आगे का प्लान बनाया। इसी प्लान के तहत अनिल त्रिपाठी को प्रधान आरक्षक प्रताप रघुवंशी को रिश्वत के बाकी बची किश्त 8 हजार रूपए देने के फोन लगाया। 

आरक्षक ने अपनी रिश्वत की किस्त लेने के अनिल त्रिपाठी को अस्पताल चौराहे उद्योग विभाग के सामने चाय की दुकान पर बुलाया। तयशुदा प्लान के तहत लोकायुक्त की टीम भी आसपास पहुंच गई। चाय की दुकान पर जैसे ही अनिल ने आरक्षक को रिश्वत दी, पूर्व से उपस्थित लोकायुक्त की टीम ने उसे दबौच लिया। खबर लिखे जाने तक लोकायुक्त पुलिस कागजी कार्रवाई में लगी है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे ने उक्त आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलबिंत कर दिया है। 

इस कार्यवाही को अंजाम देने ग्वालियर लोकायुक्त टीम के निरीक्षक पीके चतुर्वेदी,निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान, निरीक्षक राजीव गुप्ता, आरक्षक अमरसिंह गिल, हेमन्त शर्मा, इंद्रभान सिंह परिहार, बलवीर सिंह की भूमिका रही।