यौन शौषण मामले के पीछे हो सकता है किसी गिरोह का हाथ: लता वानखेड़े

शिवपुरी। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े गुरूवार देर शाम शिवपुरी पहुंची। जहां शुक्रवार सुबह मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अनाथ आश्रम यौन शोषण मामले को लेकर वे काफी व्यथित हैं और शिवपुरी आने का उनका मूल मकसद यह था कि वे इस घटनाक्रम को लेकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों एवं संबंधितों से चर्चा कर सकें। 

उनका कहना था कि सिर्फ एक व्यक्ति को सजा देकर इतने बड़े मामले को निपटाया नहीं जा सकता। उनको संदेह है कि इस मामले के पीछे कोई प्रोपर गिरोह हो सकता है इसलिए इस मामले की उच्च स्तर पर जांच होना चाहिए। जिससे मामले से जुड़ा कोई भी आरोपी बच न पाए। एक प्रश्न के जबाव में उन्होंने कहा कि स्थानीय महिलाओं से चर्चा में इस मामले को लेकर कुछ संकेत मिले हैं उस आधार पर भी कुछ कार्यवाही की जा सकती है। 

श्रीमती वानखेड़े से जब यह पूछा गया कि महिला सशक्तिकरण अधिकारियों द्वारा सतत मॉनीटरिंग के बाद भी अनाथ आश्रम यौन शोषण मामला समय रहते सामने नहीं आ सका, इस सवाल के जबाव में उनका कहना था कि प्रोजेक्ट अधिकारी से मेरे द्वारा यह चर्चा की गई तो उनका कहना था कि प्रोपर मॉनीटरिंग के दौरान कभी भी बच्चियों ने कोई बात ऐसी नहीं बताई। 

ऊषा किरण योजना का सही क्रियान्वयन न होने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा कर विस्तृत जानकारी लेंगी। मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि शासन ने बलात्कार जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून को और भी स त किया है बावजूद इसके मानसिक विकृति के लोग इन सबके लिए जि मेदार हैं। हम सबको खासकर मीडिया को मिलकर इसके खिलाफ एक आंदोलन करने की आवश्यकता है। उनका कहना था कि बच्चों की सही दिशा में  परवरिश हो तो न सिर्फ व्याभिचार पर अंकुश लग सकता है, बल्कि अपनी संस्कृति को भी बचाया जा सकता है इसके लिए सिर्फ सरकार के भरोसे न रहकर संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है।