इतिहास बन गए अब 1 हजार व 5 सौ के नोट, 1 हजार के नए नोट के जन्म पर सस्पैंस

शिवपुरी। देश में काले धन को तिजोरियो से बाहन लाने के लिए देश के प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का फामूर्ला इस देश पर लागू किया था। इसी फार्मूले के तहत आज 1 हजार और 5 सौ के नोटो को बैंको में जमा करने का अंतिम दिन था। आज के बाद प्रचलन में आई मुद्रा इतिहास बन गई है। 

बैंको मेें कम रही भीड 
नोटबंदी के अंतिम दिन शिवपुरी की विभिन्न बैंकों में लोग 1000 और 500 के  पुराने नोट जमा करने पहुंचे लेकिन जमा करने वालों की सं या काफी कम रही। इस का अर्थ है कि अंतिम दिन से पहले ही जिनके पास उक्त नोट थे उन्होंने बैंकों में जमा कर दिया है। 

बैंक सूत्रों ने बताया कि मध्यांचल ग्रामीण बैंक की शिवपुरी जिले में स्थित विभिन्न शाखाओं में 50 दिनों में लगभग 90 करोड़ रूपए के 1000 और 500 रूपए के नोट जमा हुए। 

अभी यह पता नहीं चल सका है कि शिवपुरी जिले में विभिन्न बैंकों में कितने 1000-500 के नोट जमा हुए और जन-धन खातों में जमा के आंकड़े क्या हैं। बैंक सूत्रों ने बताया कि अब 1000-500 के नोट 31 मार्च 2017 तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में ही शपथ पत्र के साथ जमा किए जा सकेंगे। लेकिन आज नोटबंदी के अंतिम दिन अपेक्षाकृत भीड कम रहने की खबरे आ रही है। 

अभी भी स्थिती नही होगी समान्य 
बैंकों में जमा खातों में 24 हजार रूपए प्रति सप्ताह निकाले जाने का प्रतिबंध जारी रहेगा। इस बात के संकेत बैंक सूत्रों ने दिए हैं। पहले यह बताया गया था कि 1 जनवरी के बाद खाते में जमा राशि में से कितनी भी राशि निकाल सकते हैं, लेकिन मुद्रा की कमी के कारण अभी यह संभव नहीं है। बैंक सूत्रों ने बताया कि स्थिति सामान्य होने में अभी दो से तीन माह का समय लग सकता है। 

1 हजार के नोट पर अभी सस्पैंस बरकरार
नोटबंदी के तत्काल बाद आरबीआई ने 2 हजार का नोट तत्काल जारी कर दिया। उसके बाद 5 सौ का नया नोट भी बाजार में आ गया। लेकिन 1 हजार का नोट न होने के कारण बाजार में खुल्ले की किल्लत अभी भी बनी हुई है। और यह कमी 1 हजार के नोट से पूरी हो सकती है। लेकिन अभी 1 हजार के नोट पर सस्पैंस बरकरार है कि यह 1 हजार का  नए नोट का जन्म कब होगा,होगा कि नही.........