शिवपुरी। शहर के देहात थाना क्षेत्र के नीलगर चौराहे से कक्षा 5 में अध्ययनरत एक बालिका को बीती शाम दो आरोपी अपनी ऑटो में डालकर ले जाने लगे। बालिका इन्हें गुमराह कर बस में जा बैठी जहॉ बस में सबार एक महिला आरक्षक ने उक्त बालिका को रात्रि में सुरक्षित लाकर दे दिया। इस घटना से खुश होकर बालिका के परिजनों ने महिला आरक्षक का फूलों का बुका देकर सम्मानित किया वही पुलिस अधीक्षक ने उक्त महिला आरक्षक को पांच सौ रूपये नगद पुरूस्कार दिया।
जानकारी के अनुसार रितू पुत्री राजू औझा उम्र 12 वर्ष निवासी बैराड़ हाल निवासी कटरा मोहल्ला मॉर्डन स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा है। बीते रोज शाम को 5 बजे बालिका की दोस्त उसके घर किताब देने आई हुई थी। बालिका के अनुसार जब वह अपनी दोस्त को छोडऩे घर के बाहर नीलगर चौराहे तक गई। तभी एक ऑटों में सबार दो लोगो ने बालिका को ऑटो में बिठा लिया और अपने साथ पोहरी बस स्टेण्ड ले गये।
पोहरी बस स्टेण्ड पर उन्होंने ऑटो को रोका इतने में डरी सहमी बालिका ऑटो को छोडक़र चुपके से बस में जा चढ़ी। बालिका को यह नहीं पता था कि वह कहा जा रही है तभी बस में सबार महिला आरक्षक शारदा किरार जो कि ग्वालियर जा रही थी वह भी बस मेें थी। उसने उक्त बालिका को डरा-सहमा देखा और पूछताछ की तो उसने पूरी घटना से महिला आरक्षक को बताई। जिसपर महिला आरक्षक उक्त बालिका को लेकर वापस पुरानी शिवपुरी आई।
जब महिला आरक्षक पुरानी शिवपुरी आई और बालिका को लेकर देहात थाने पहुॅची जहॉ बालिका की मां और भाई इसकी गुमशुदगी दर्ज कराने जा खड़े थे। बालिका की गुमशुदगी दर्ज कराने गये परिजन बालिका को सुरक्षित देखकर गदगद हो गये। और महिला आरक्षक का शुक्रिया अदा किया।
इस बात की सूचना पुलिस अधीक्षक को लगी तो उन्होनें तत्काल आरक्षक को पांच सौ रूपये नगद इनाम देकर प्रोत्साहित किया। उसके बाद बालिका के परिजनों ने भी आरक्षक की ड्यूटी से खुश होकर उसे फूलों का गुल्दस्ता भेंट किया।
क्या शहर में कोई गिरोह सक्रिय है?
इस दिन दहाड़े हुए बालिका के अपहरण को सुनकर एक सबाल सामने आया है कि शहर में नाबालिग बालिकाओं के अपहरण करने बाला कोई गिरोह सक्रिय है जो दिन दहाड़े शहर से नाबालिग बालिकाओं का अपहरण कर रहा है। बीते रोज भी शहर के महिन्द्रा शौरूम के पीछे से दो नाबालिग बहिनों का अपहरण हो गया था। पुलिस का दाबा है कि उक्त दोनो बालिकाओ को ग्वालियर के जनकगंज थाने में बरामद कर लिया है।
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