कुर्रेशी की कप्तानी का कमाल: पहली बार नीचे गिरा शिवपुरी का क्राईम ग्राफ

शिवपुरी। पिछले 3 साल से शिवपुरी जिले के क्राईम के ग्राफ को देखा जाए तो इस वर्ष के क्राईम के ग्राफ में गिरावट आई है। आकड़ों पर गौर किया जाए तो एसपी मो. यूसुफ कुर्रेशी के कार्यकाल में बड़े अपराध खासकर हत्या, बलात्कार, लूट, गृहभेदन, चोरी की वारदातें काफी कम हुई है। इसमें सबसे खास बात यह की अपराध के प्रत्येेक मामले में पुलिस ने रिर्पोट दर्ज की है। 
 
इस मामले में एसपी शिवपुरी का कहना है कि पुलिस की जो प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, पुलिस की सक्रियता, लगातार जनसवांदो से पुलिस और पब्लिक पास आई है जिससे सही समय पर सूचनाए मिली जिससे अपराध होने से पूर्व ही अपराधों को रोका जा सका और जिले में हुई बडी बारदातों को तत्काल ट्रेस कर अपराधियों को पकड़ने से पुलिस को अपराधिक प्रवृत्ति के लोगो पर मानसिक बढत मिली है। इससे अपराध में गिरावट आई है। 

सन् 2014 में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, बलबा और बलात्कार जैसे शरीर संबंधी अपराधों की संख्या जिले में 342 रही वहीं सन् 2015 में यह संख्या घटकर 285 हो गई। लेकिन 2016 में 238 मामलों में शरीर संबंधी अपराधों की कायमी हुई है। 

2014 में जिले में 45 हत्याएं, 2015 में 44 जबकि 2016 में कुल 31 हत्याएं हुई। बलात्कार के मामलों में भी गिरावट आर्ई है। 2014 में 80, 2015 में 84 और 2016 में 73 बलात्कार के मामले दर्ज हुए। 

संपत्ति संबंधी अपराधों में सबसे अधिक गिरावट लूट के मामलों में दर्ज की गई। 2014 में 47, 2015 में 16 और 2016 में 13 लूट की वारदातें हुई है। कुल संपत्ति संबंधी अपराधों की गणना की जाए तो 2014 में 462 वारदातें, 2015 में 406 और 2016 में 353 वारदातें हुर्ई है। 

गृहभेदन, सादा चोरी, चारपहिया वाहन और दो पहिया वाहन चोरी एवं पशु चोरी के मामले में भी गिरावट आई है। अपराधों के कुल मामलों का यदि तुलनात्मक विश्लेषण किया जाए तो जिले में 2014 में जहां 4235 अपराध हुए  वहीं 2016 में इनकी सं या घटकर 3949 रह गई। 

प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई और माईनर एक्ट में तुलनात्मक रूप से अधिक कार्रवाई हुई है। जिसके प्रभावस्वरूप गंभीर और संगीन अपराधों में कमी आई है। 2014 और सन् 2015 यह में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की सं या  बढक़र 22609 और 2016 में इससे डेढ गुना से अधिक प्रतिबंधात्मक कार्रवाई हुई और इनकी सं या 36086 दर्ज की गई।