चिटफंड कंपनियों की जानकारी दें, हम कार्रवाई करेंगे: एसपी शिवपुरी

शिवपुरी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा शिवपुरी के सौजन्य से चिटफण्ड कंपनियां और गैर बैकिंग कंपनियों की ठगी से बचने हेतु पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुर्रेशी के मुख्य आतिथ्य में कम्युनिटी हॉल शिवपुरी में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस जनसंवाद में जहां बैंक के वरिष्ठ अधिकारी नीरज चौबे ने ठगी से बचने के लिए जनता में जागरूकता अभियान बढ़ाने पर जोर दिया वहीं पुलिस अधीक्षक सहित अन्य सभी वक्ताओं की यही राय थी कि ठगी की वारदातें जागरूकता ना होने और अज्ञान से नहीं घटित होती हैं बल्कि लालच में पढक़र लोग ठगी के शिकार होते हैं। 

एसपी कुर्रेशी ने तो यहां तक कहा कि ठगी का शिकार होने वालों में निरक्षर और ग्रामीणों की अपेक्षा साक्षर तथा प्रबुद्धजनों की संख्या कहीं अधिक है। इस जनसंवाद में पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों को सोशल मीडिया का सावधानी से उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि फेसबुक और व्हाट्सएप पर राष्ट्र की सुरक्षा, संप्रभुता और अखण्डता तथा साम्प्रदायिक सदभाव पर चोट पहुंचाने वाली पोस्टों से दूर रहा जाए।

जनसंवाद में नव दुर्गा, दशहरा, मोहर्र्रम आदि त्यौहार शांति तथा सदभाव से मनाने की भी पुलिस अधिकारियों ने अपील की। एसडीओपी जीडी शर्मा ने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील करते हुए नागरिकों से आह्वान किया कि वह अपनी संस्कृति के अनुरूप त्यौहार मनायें। जनसंवाद में उपस्थित नागरिकों ने पुलिस को कई उपयोगी सुझाव भी दिए।  

जनसंवाद में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी नीरज चौबे ने अपनी  बात रखते हुए कहा कि लोग जागरूकता के अभाव में चिटफण्ड कंपनियों और गैर बैंकिंग कंपनियों में अपनी गाढे पसीने की कमाई को लगाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। बहुत से ठग मोबाइल पर फोन कर लोगों से उनका एटीएम बंद होने का झांसा देकर एटीएम कोड या बैंक अकांउट न बर हांसिल कर बैंक खातों से हजारों लाखों रूपए उड़ा देते हैं तथा ऑनलाईन खरीद कर लेते हैं। 

इसके लिए आवश्यक है कि किसी भी चिटफण्ड कंपनी में पैसा लगाने के पूर्व जानकारी हांसिल कर ली जाए कि उसके पास धनराशि एकत्रित करने हेतु आरबीआई का लायसेंस है अथवा नहीं। उनके अनुसार जागरूकता बढ़ाकर ठगी से बचा जा सकता है। उनके बाद  विचार व्यक्त करते हुए अशोक कोचेटा, डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता, प्रमोद गर्ग और पुलिस अधीक्षक मो. यूसुफ कुर्रेशी ने स्वीकार किया कि ठगी की बारदातें जागरूकता के अभाव से अधिक लालच में पडऩे के कारण अधिक घटित होती हैं। 

दो साल-तीन साल में घन दुगना करने के लालच में अंजान कंपनियों में पैसा जमा करा दिया जाता है और फिर पछताना होता है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि यदि ऐसी कंपनियों के सक्रिय होने की जानकारी किसी के पास है तो वह उसे पुलिस को दे ताकि कार्रवाई की जा सके। अपने बारे में किसी भी तरह की जानकारी अंजान व्यक्तियों को न दी जाए। आगामी त्यौहारों को शांति पूर्ण ढंग से मनाने की अपील करते हुए पुलिस अधीक्षक कुर्रेशी ने कहा कि शिवपुरी की गौरवशाली परंपरा को यथावत कायम रखा जाए।

उन्होंने कहा कि  माँ की प्रतिमाओं के विर्सजन के तय स्थल पर ही प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाए क्योंकि उक्त स्थल पर ही पुलिस सुरक्षा के साथ-साथ लाईट और अन्य व्यवस्थायें होती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया को बेहद खतरनाक बताते हुए उसका सावधानी से उपयोग करने की सलाह दी। विचार गोष्ठी में नागरिकों ने यातायात व्यवस्था सुधारने की भी पुलिस अधीक्षक से मांग की।