शिवपुरी। शिवपुरी के 38,888 घरों में से 10 हजार 497 घर में डेंगू का लार्वा पनप रहा है। मलेरिया विभाग के डोर-टू-डोर सर्वे में यह हकीकत सामने आई है। 1 जुलाई से अब तक 35 टीमों द्वारा किए गए सर्वे की इस रिपोर्ट ने शहर में दहशत फैलाने के लिए काफी है। इससे स्वास्थ्य महकमे के अफसरों की नींद भी उड गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुदत्त खरे ने अधीनस्थों को आदेश दिया है कि यदि सर्वे टीम द्वारा किसी घर में सर्वे करने के बाद लार्वा की निगेटिव रिपोर्ट दर्शाई और वहां डेंगू का केस पॉजीटिव पाया गया तो संबंधित टीम के सदस्यों को बर्खास्त कर एफ आईआर दर्ज कराई जाएगी।
डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है। चूंकि शिवपुरी में लोग जलसंकट के मद्देनजर पानी का स्टोर करके रखते हैं। इसलिए इस पानी में आसानी से लार्वा पनप जाता है। विभागीय अफ सर भी यह मानते हैं। सबसे खतरनाक डेंगू हिमरोजी फ ीवर में आंतरिक हिस्से में रक्तस्राव होता है। इससे व्यक्ति कोमा में चला जाता है। मरीज की मौत की आशंका भी बढ़ जाती है।
यह तीन प्रकार का होता है। पहला डेंगू फीवर जिसकी अवधि 7 से 10 दिन होती है। मादा एडीज मच्छर के दिन के समय काटने से खून में इसके लक्षण पाए जाते हैं। यह मच्छर आमतौर पर साफ पानी में ही पनपता है। घुटने के नीचे ही काटता है।
30 फीसदी घरों में मिला डेंगू का लार्वा
शहर में हमारी टीमों द्वारों जितने घरों का र्वे किया गयाए 30 प्रतिशत घरों में 6 फीसदी कंटेनर और 41 प्रतिशत ड्यूट इंडिस्ट में डेंगू का लार्वा मिला है।
अभिषेक तिवारी, जिला मलेरिया अधिकारी
सर्वे में लापरवाही बरती तो होगी कार्रवाई
डेंगू का लार्वा मिलना खतरनाक है। हमनेे कंटेनरों में टेमोफास नाम की दवा डाल रहे हैं। सर्वे में लापरवाही बरती या डेंगू के मरीज मिले तो उन पर कार्रवाई होगी।
डॉ विष्णु दत्त खरे,सीएमएचओ शिवपुरी
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