मंगलम चुनाव: सभी पदों पर निर्विरोध हुए चुनाव

शिवपुरी। समाजसेवी संस्था मंगलम के पदाधिकारियों के चुनाव आज निर्विरोध रूप से संपन्न हुए। किसी भी पद के लिए विवाद की स्थिति की नहीं बनी और सर्वस मति से सचिव पद पर राजेन्द्र मजेजी चुने गए। 

जबकि तीन-तीन उपाध्यक्ष और सहसचिव तथा एक कोषाध्यक्ष पद पर भी निर्विरोध निर्वाचन हुआ। अस्पताल अधीक्षक डॉ. गोविन्द सिंह, अशोक कोचेटा और राकेश गुप्ता को उपाध्यक्ष चुना गया। दीपक गोयल कोषाध्यक्ष बने वहीं जिनेश जैन, हरिओम अग्रवाल और सोनिया शर्मा को सहसचिव पद पर निर्वाचित घोषित किया गया। 

सभी पदाधिकारियों के निर्वाचन की घोषणा चुनाव अधिकारी आरडी शर्मा ने की। विजयी पदाधिकारियों को मंगलम के समस्त संचालकों ने हार्दिक बधाई दी है। चुनाव के बाद संचालक मंडल की पहली बैठक उपाध्यक्ष डॉ. गोविन्द सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। 

मंगलम पदाधिकारियों के चुनाव की प्रक्र्रिया आज मंगलम भवन में शाम चार बजे चुनाव अधिकारी आरडी शर्मा और भोलाराम रघुवंशी ने शुरू की। सबसे पहले उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन फार्म भराए गए जिसमें सभी तीन निर्वाचित संचालकों अशोक कोचेटा, डॉ. गोविन्द सिंह और राकेश गुप्ता ने अपनी नामजदगी के पर्चे भरे। 

चूंकि तीन पदों के लिए सिर्फ तीन ही पर्चे भरे गए, इसलिए तीनों को निर्वाचित घोषित किया गया। सचिव के महत्वपूर्ण पद के लिए राजेन्द्र मजेजी का अकेला नामांकन आया जिसके बाद उन्हें भी निर्वाचित घोषित कर दिया गया। कोषाध्यक्ष पद के लिए निवर्तमान कोषाध्यक्ष मुकेश गोयल और दीपक गोयल ने नामांकन फार्म भरा, लेकिन मुकेश गोयल द्वारा नाम वापिस लेने के बाद दीपक गोयल को विजयी घोषित कर दिया गया। 

सहसचिव के तीन पदों के लिए भी तीन नाम सामने आने के बाद उन्हें भी निर्वाचित घोषित कर दिया गया। निर्वाचन के पश्चात सचिव राजेन्द्र मजेजी ने निर्वाचन अधिकारियों भोलाराम रघुवंशी, आरडी शर्मा, अशोक सक्सैना का निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए आभार व्यक्त किया। 

समाजसेवा के हर क्षेत्र में मंगलम करेगी काम: डॉ. गोविन्द सिंह
मंगलम संचालक मंडल की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्वाचित उपाध्यक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि मंगलम अब सिर्फ विकलांगों की सेवा तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि समाजसेवा के हर क्षेत्र में मंगलम काम करेगी। 

उन्होंने कहा कि मंगलम के 23 निर्वाचित और मनोनीत संचालकों को समाजसेवा के विभिन्न प्रकल्पों के दायित्व सौंपे जाएंगे और प्रत्येक तीन माह में सभी 26 प्रभारी सदस्यों की मीटिंग में अपने कार्यों का लेखाजोखा प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि यह खुशी की बात है कि संचालक मंडल में अच्छे सदस्यों का समावेश हुआ है।

मंगलम पदाधिकारियों को सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि यह पद नहीं, बल्कि दायित्व है और अब आप आलोचना के शिकार भी बनाए जाएंगे ताकि आप अपने दायित्व का सही ढंग से निर्वहन कर सकें। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि मंगलम का दायित्व स्व. डॉ. डीसी चौधरी, स्व. सांवलदास गुप्ता, स्व. भगवानदास लढ़ा, राजेन्द्र गंगवाल, गणेशीलाल जैन जैसी हस्तियों ने संभाला। 

इनमें से बहुत से राजनीतिज्ञ थे, लेकिन इसके बाद भी राजनीति कभी भी इस सामाजिक संस्था में हावी नहीं हो पाई। उन्होंने अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल मंगलम के विकास में किया। अंत में आभार प्रदर्शन राजेन्द्र मजेजी ने किया।