मंत्री महोदया, यहां तो कद्दू कटा था और सबमें बंटा था

एक्सरे ललित मुद्गल/शिवपुरी। यशोधरा राजे सिंधिया बीती रोज शाम को 1 करोड़ लागत से बनी सर्किट रोड का निरिक्षण करने गई। बताया गया है कि राजे ने इस सड़क के धसकने का कारण पूछा और इस पर नाराजगी प्रकट की। इस सड़क के धंसकने के मामले में एक ट्रक चालक पर एफआईआ और पीडब्लूडी के सब इंजीनियर एमएम धाकड को सस्पेंड कर दिया गया है। 

5 करोड़ से हाल में बनीं शहर की पांचों सड़कों के घटिया निर्माण मामले में पीडब्ल्यूडी के ईई आरके गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई तय है। शहर में पीडब्लूडी द्वारा बनाई गई 5 सड़कों की जांच  एसडीएम रूपेश उपाध्याय द्वारा सौंपी गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव एसआर मोहंती को डीओ लैटर लिखा है। पत्र के बाद सोमवार को प्रमुख सचिव ने एक उच्चस्तरीय दल भी गठित कर दिया है, जो कलेक्टर द्वारा की गई शिकायत की जांच कर रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपेंग। पाठकों हो हम यह भी बता दें की जांच की गई इन 5 सड़को में सर्किट हाऊस की धंसकी सडक़ भी शामिल है। 

बताया गया है कि इस जांच रिर्पोट में एसडीएम ने पाया कि काम घटिया स्तर का हुआ है। जैसे ही यह जांच रिर्पोट एसडीएम ने कलेक्टर को सौपी तो पीडब्लूडी विभाग के अफसरो का कहना है कि हमे पीएचई ने जमीन पोली दी थी। हमने तो सडक़ निर्माण के मटेरियल की गुणवत्ता और टेक्निकल मापदंडों का पूरा ख्याल रखा है। तो उधर पीएचई के अधिकारियों का कहना है कि अगर सड़क पोली थी तो पीडब्लूडी ने हैंडऑवर क्यो कि ? 

अब हम सीधे-सीधे मुद्दे पर आते है और साफ-साफ स्पष्ट शब्दो में बात करते है कि सर्किट हाऊस सडक को सीवर लाईन को डालने के लिए करीब 20 फुट से ज्यादा खोदा गया था और इसमे से निकला सारा पत्थर बेच दिया गया। इसमे केवल मिट्टी भर दी गई इस कारण यह सडक़ टूटी। ना की धसकी, धसकी तो नीचे की मिट्टी थी इस कारण यह सीसी ट्रक निकलने के कारण टूट गई और टूटी भी वही पर जहां ज्यादा मिटटी धसक गई होगी।

यहां पूरी की पूरी नौटंकी की जा रही है कि सडक कैसे टूटी। पूरे शहर को पता है कि सीवर डालने के लिए खोदी गई सड़कों से करोड़ो रूपए का पत्थर और मुरम बेच दी गई। पत्थर और मुरम बेईमानी से बिका है तो ईमानदारी से सभी टेबिलो पर, पर ट्रेक्टर से हिसाब से पेमेंट पहुंचा है। 

यहां कददू कटा और सबको बटा है। शिवपुरी स्तर के किसी भी अधिकारी की जांच में यह नही आ सकता कि इस में करोडो रूपए का पत्थर और मुरम बेच दी गई है। इस कारण यह सडक टूटी और इसके नीचे की मिट्टी की लेयर धंसकी। ऐसा नही है कि मीडिया इस खबर को प्रकाशित नही की हो। यह खबर कई बार शिवपुरी की मीडिया ने प्रकाशित की है कि शहर में खुदाई घोटाला हो रहा है और करोडा रूपए का पत्थर अधिकारियों के सरक्षंण में अवैध तरीके से बिक गया। परन्तु प्रशासन कोई कार्यवाही नही की है। 

अब बात शिवपुरी विधायक और मंत्री महोदय की बात करते है वह सड़क की फोटो भी खीच लाई कार्यवाही की बात भी की है परन्तु अपने राम का तो इस मामले में यही कहना है कि उन्हे शिवपुरी से प्यार है तो पहले इन पत्थर चोरों और चोरी कराने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही कराए। यह पत्थर चोरी करने का मामला प्रशासनिक फाईलो में आऐगा तो स्वत: ही पता चल जाऐगा की सडक टूटी या धसकी है।