मॉ तुझे सलाम: सक्षात यमराज के मुहं से खीच लाई अपने जिगर के लाल को

शिवपुरी। कहा और सूना जाता है कि मॉ साक्षात भगवान का रूप होती है। मॉ अपने बच्चे को जन्म देते हुए सक्षात यम से लड जाती है लेकिन बेटे को यह अहसास नही होता। एक 12 वर्षीय बालक ने आज उस मां के रूप को देखा जिसमे कहा जाए कि वह उक्त पुत्र को बचाने के खातिर,  बेटे का यमराज बनकर आया एक मगरमच्छ से लड गई।

जानकारी के अनुसार जिले के पिछोर तहसील के मायापुर थाना क्षेत्र के ग्राम महुआखेड़ा में 12 वर्षीय कमलेश पुत्र श्यामवरन गुर्जर कल शाम अपने मबेशियों को चरा रहा था। उसके साथ बालक की मा गीता बाई भी मौजूद थी। इसी दौरान कमलेश को भीषण गर्मी के चलते प्यास लगी तो कमलेश पास ही स्थित ऐन नदी में चला गया।

पानी पीने को जैसे ही कमलेश ने पानी में हाथ डाला कि एक 6 फिट के लगभग के मगर ने कमलेश के दोनो हाथ अपने जबडें में भर लिये और कमलेश को खींचने लगा। कमलेश जव चिल्लाया तो उसकी मॉ दौड़ कर आई और पानी में कूद गई और पास में ही पड़े पत्थर मगर पर बरसाने लगी। 

मगर ने इस अचानक हुए हमले से कमलेश को तो छौड़ दिया और गीता की और बढनें लगा। मगर को अपनी ओर आता देख मॉ अपने कलेजे के टुकड़े को मौत के मुॅह से छीन कर भाग आई।

इस हमले में कमलेश के दौनो हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गये है। कमलेश को उपचार के लिए जिला चिकित्यालय में भर्ती कराया गया है।