शिवपुरी। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र का आदर्श गांव सिरसौद स्कुलो को आदर्श नही बना सका शिक्षा विभाग, करैरा एसडीएम संजीव जैन के औचक निरिक्षण में इस स्कुल में कई खमियां देखने को मिली। सजौर गांव के प्राथमिक स्कुल की एक शिक्षिका को तो बारहखडी का ज्ञान भी नही था।
जानकारी के अनुसार सांसद द्वारा गोद लिए गए आदर्श ग्राम सिरसौद में शिक्षा के हालात बेहद खराब हैं। एसडीएम के औचक निरीक्षण में आदर्श ग्राम के स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति काफ ी निराशाजनक मिली। मावि में कुल दर्ज बच्चों की सं या 505 में से मात्र 177 बच्चे उपस्थित थे।
जबकि प्रावि में कुल दर्ज 256 बच्चों मे से मात्र 107 तथा उमावि इंटर कालेज, में कुल दर्ज बच्चों की सं या 1042 में से मात्र 215 बच्चे ही उपस्थित मिले। बच्चों की कम उपस्थिति के बारे में उपस्थित शिक्षक कोई ठोस व तर्कसंगत कारण भी नहीं बता सके और न ही ऐसा कोई रिकार्ड दिखा सके जिससे लगे की बच्चों की उपस्थिति बडाने के लिए उनके द्वारा कोई प्रयास किया जा रहा है।
साजौर गांव में संचालित प्राथमिक स्कूल की शिक्षक विमला प्रजापति से जब एसडीएम संजीव जैन ने पूछा कि ओलम बारहखडी में कुल कितने अक्षर होते हैं। इस पर शिक्षक ने जवाब दिया कि सर 33,सही जवाब था 52 अक्षर,। शिक्षक द्वारा सही जवाब नहीं देने पाने पर श्री जैन ने कहा कि शिक्षकों को क, ख, ग,बारहखड़ी ही नहीं तो बच्चों को क्या पढाओगी।
वहीं सही जवाब नहीं दे पाने पर शिक्षक का तर्क था कि मैं प्राथमिक स्कूल में पदस्थ हूं। लेकिन तीन महीने से मिडिल स्कूल में व्यवस्था स्वरूप अटैच किया गया है। इससे ओलम भूल गई। उधर अन्य चार स्कूलों में निरीक्षण के दौरान मिली अव्यवस्थाओं पर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए शिक्षा विभाग के अिधकारियों को स्कूलों में व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। इस औचक निरिक्षण में एसडीएम के साथ तहसीलदार यूसी मेहरा, प्रभारी बीईओ आरके भार्गव भी मौजूद रहे।
स्कूलों में शिक्षा का स्तर निराशाजनक है
मैने आदर्श ग्राम सिरसौद तथा साजौर गांव के स्कूलों में औचक निरीक्षण किया था। जहां शिक्षा का स्तर व बच्चों की उपस्थिति निराशाजनक थी। विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सुधार व कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।
संजीव जैन, एसडीएम करैरा
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