पीपली लाईव की तरह सज कर तैयार हुआ ग्राम परासरी

शिवपुरी। आगामी 29 दिसंबर को प्रदेश के सीएम शिवपुरी जिले के एक आदिवासी गांव का दौरा करने वाले है। प्रशासन इस गांव की रामराज्य जैसा बनाने की तैयारियों में जुट गया। आज मीडिया इस गांव में पहुची तो इस गांव का दृश्य आमिर खान की मशहूर फिल्म पीपली लाईव जैसा था।

जिले के पोहरी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाला आदिवासी बाहुल्य गांव में सीएम का उडन खटोला उतरने वाला है। इस कारण इस गांव की को समस्या विहिन करने शिवपुरी का प्रशासन ने कमर कस ली है।

बताया जा रहा है कि वर्षो से अधिकारियों से पट्टे की गुहार करने वाले आदिवासियों को अब अधिकारी आदिवासियों के घर-घर जाकर राशन कार्ड की तरह पट्टे बांट रहे है।

इस गांव को मुख्य सड़क से जोडने वाली डामर सडकों के गढडे गायब हो गए है दिन रात एक कर इस सडक के गढडो को भरा जा रहा है और डामर बिछाया जा रहा है। परासरी गांव की धुल भरी सड़को पर तत्काल 10 लाख रूपए की लागत से सीसी रोड का निर्माण किया जा रहा है।

सीएम साहब ने अटल ज्योति की घोषणा भले ही दो साल पूर्व कर दी हो परन्तु ग्रामीणो ने इस ज्योति के दर्शन अभी तक नही करे थे लेकिन अभी वर्षो पुराने टूटे खम्भो के स्थान पर नए खम्भे लग गए और तार खीच गए चमचमाते ट्रासफारमर भी आ गए और ग्रामीणो को अटल ज्योति के दर्शन हो गए। ग्रामीणो की वर्षो दिवाली अंधेरे में मनी हो परन्तु अब दिवाली बाद गांव में दिवाली जैसा नजारा है।

अब गांव के हैडंपंप भी पानी देने लगे है ओर वर्षो पुराने बंद पडे टुयूबवैल में से पानी निकलने लगा है। गांव के हर ग्रामीण से उसकी समस्या पूछी जा रही है और तत्काल निराकरण किया जा रहा है।

गांव की स्कुल,आगंनबाडी ओर पंचायत भवन की रंगाई पुताई जारी है और गांव को लुक देने के लिए सरकारी खर्चे पर ग्रामीणो के कच्चे मकान ओर झोपडो को भी रगाई पुताई जारी है।

पटवारी हडताल पर है परन्तु इस गांव में पटवारी काम करते देखे गए और आज गुरूनानक की जंयती पर सरकारी छुट्टी होने पर भी शिक्षक ग्रामीणो की समस्याओ को निबटाते नजर आए।

कुल मिलाकर प्रशासन ने इस गांव को समस्या विहिन करने मे लगा हुआ है हर ग्रामीण का स्वास्थय परिक्षण किया जा रहा है। मिडिया ने ग्रामीणो से बात की तो किसी ग्रामीण ने कहा शिवराज आ रहे है किसी ने कहा ज्यौतिरादित्य आ रहे है और किसी ने कहा कि कोई बडे साहब आ रहे है।

ग्रामीणो ने कहा कि हम इन सभी समस्याओ को निबटाने के लिए वर्षो से अधिकारियों के आगे हाथ जोडे खडे थे परन्तु समस्याए नही सुलट रही थी।