मुन्नालाल ने दिया नोटिस का जबाब, कहा सीएमओ है जिम्मेदार

शिवपुरी। अभी कलेक्टर शिवपुरी ने सड़को के निर्माण हो रही देरी और इस मामले में लगी हाईकोर्ट के आदेश की अवमामनना के पूरा का पूरा ठीकरा मुन्नालाल पर फोडते हुए पद से प्रथक करने का एक नोटिस जारी कर दिया था।

उक्त नोटिस का जवाब श्री कुशवाह ने कलेक्टर को दे दिया है। बताया जाता है कि नोटिस उच्च न्यायालय में नगर पालिका के अभिभाषक श्री सूर्यवंशी से तैयार कराया गया है।

जवाब में नपाध्यक्ष कुशवाह ने सीएमओ कमलेश शर्मा पर दोष मढ़ते हुए कहा है कि सीएमओ ने प्रकरण उनकी ओर नहीं भेजा है, लेकिन नोटिस के बाद यह मामला उनकी जानकारी में आया है और अब वह सड़क निर्माण में न्यूनतम दर की स्वीकृति की अनुशंसा हेतु परिषद की बैठक सात नवम्बर को बुला रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में कलेक्टर राजीव दुबे ने पहले सीएमओ कमलेश शर्मा को नोटिस जारी किया था। जिसके जवाब में मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री शर्मा ने तथ्य स्पष्ट करते हुए अध्यक्ष पर दोषारोपण किया था।

उन्होंने जवाब में कहा था कि शिवपुरी शहर में सीवर लाईन बिछाने के कारण हुई क्षतिग्रस्त सड़कों के निर्माण हेतु शासन से ढाई करोड़ रूपए से अधिक की राशि प्राप्त हुई थी।

इस पर उन्होंने त्वरितता से कार्यवाही करते हुए सड़क निर्माण हेतु निविदा आमंत्रित की। तृतीय निविदा आमंत्रण में न्यूनतम दर 19.45 प्रतिशत अधिक एसओआर से दिनांक 29.9.2015 को प्राप्त हुई।

जिस पर अगले दिन भी त्वरितता से कार्यवाही करते हुए 30 सितम्बर को निविदा समिति का गठन कर न्यूनतम दर की स्वीकृति की अनुशंसा की गई और परिषद में रखे जाने हेतु उसी दिनांक को प्रकरण अध्यक्ष की ओर भेजा गया।

लेकिन अध्यक्ष ने परिषद की बैठक आहुत किये जाने हेतु तिथि निश्चित नहीं की। इससे स्पष्ट हुआ कि नपा अध्यक्ष श्री कुशवाह ने अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही की।

इन तथ्यों के प्रकाश में कलेक्टर राजीव दुबे ने नपाध्यक्ष को नगर पालिका अधिनियम की धारा 41 क के तहत नोटिस जारी किया। जिसमें उनसे पूछा गया कि क्यों न उन्हें अध्यक्ष पद से हटाये जाने हेतु प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल को कार्यवाही प्रस्तावित की जाए।

नोटिस का जवाब व्यक्तिगत रूप से तीन दिन के भीतर कलेक्टर ने नपाध्यक्ष को पेश करने का आदेश दिया था।

जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो अध्यक्ष पर होगी कार्यवाही
प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर द्वारा नपाध्यक्ष को कार्य में  लापरवाही के आधार पर जो नोटिस जारी किया गया है। उसका जवाब यदि नपाध्यक्ष संतोष जनक नहीं देते तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। तथा उन्हें पद से हटाये जाने के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल को लिखा जाएगा।

सिंधिया के दौरे के कारण परिषद की बैठक की तिथि बढ़ी
कलेक्टर के नोटिस से घबराये नपाध्यक्ष कुशवाह जल्द से जल्द परिषद की बैठक बुलाना चाहते थे। उन्होंने पहले तीन नवम्बर को परिषद की बैठक बुलाने का निर्णय लिया, लेकिन तीन नवमबर को सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी आ रहे हैं। इस कारण तीन नव बर के स्थान पर परिषद की बैठक सात नवम्बर को आहूत की गई है।