परिणय वाटिका पर हुआ श्री महाश्रुत स्कंध पीठिका पूजन

शिवपुरी। जैन पाश्र्वनाथ मंदिर पर आयोजित 68 दिनों के नवकार दरबार का समापन एक भव्य जुलूस के साथ परिणय वाटिका पर एक कार्यक्रम के साथ आयोजित हुआ।

इसी दिन दोपहर में परिणय वाटिका पर श्री महाश्रुत स्कंध पीठिका पूजन सिरोही से आये मनोज कुमार द्वारा संपन्न कराया गया। इस पूजन के लाभार्थी तेजमलए दीपक सांखला परिवार मुख्य पाटे पर बैठे, शेष अन्य लाभार्थी यंत्रों के साथ बैठे।

श्री महाश्रुत स्कंध पीठिका पूजन के संबंध में साध्वी शुभंकराश्री ने बताया कि इस पूजन के द्वारा हम अपने चारों ओर के वातावरण को स्वच्छ तो बनाते ही हैंए साथ ही इस पूजन में नवकार महामंत्र लिखित यंत्र को 108 मंत्रों से अभिमंत्रित करते हैं जिसे अपने घर में रखने पर प्रभु की कृपा हमेशा रहती है।

उन्होंने कहा कि जैन धर्म में नवकार महामंत्र एक ऐसा मंत्र है जिससे रिद्धी.सिद्धी तो बढ़ती ही है साथ ही कई ऐसी शारीरिक बाधाएं भी इसके स्मरण करने से दूर हो जाती हैं जिन्हें डॉक्टर भी लाइलाज कह देते हैं।

आज हुए इस पूजन के मु य लाभार्थी तेजमलए दीपक सांखला परिवार थाए साथ ही अन्य 11 परिवारोंं ने भी इस पूजन में  राशि देकर अभिमंत्रित यंत्र की पूजा कर लाभ लिया। संगीतमय वातावरण के साथ हुई इस पूजा को सिरोही निवासी बाबूमल मनोज कुमार द्वारा संपन्न कराया गया।