फर्जी नामांतरण काण्ड: पटवारी ने किए तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर

शिवपुरी। शिवपुरी तहसील अंतर्गत एक पटवारी ने तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर कर किसानो की जमीनो के फर्जी नामातंरण करने का मामला प्रकाश में आया है। तहसीलदार ने इस मामले में पटवारी को नोटिस जारी कर दिया है।

पटवारी नई ट्रांसफर प्रक्रिया में करमांजकलां से करैरा पदस्थ हो चुका है और किसान अपना नामांतरण कराने के लिए इसलिए भटक रहे है क्योंकि ऋण पुस्तिकाऐं और मूलय अन्य दस्तावेज पटवारी ने अपने कब्जे में कर लिए है।

करमांजकला तहसील शिवपुरी के हल्का नं.49 के तत्कालीन पटवारी बृजेश यादव को किसान रामस्वरूप यादव पुत्र स्व.चिरोंजी लाल यादव एवं रमजान खां पुत्र बारे खां ने अपनी जमीन के नामांतरण संबंधित दस्तावेज दिए थे।

पटवारी बृजेश यादव ने पहले तो उन्हें इस कार्य के लिए टहलाया और बाद में पांच-पांच हजार रूपया नामांतरण कराने के नाम पर किसानों से वसूले और जब किसानों ने अपने नामांतरण के लिए पटवारी से निवेदन किया तो उसने किसानों को टरकाना शुरू कर दिया।

आखिरी में नामांतरण पर अपने हस्ताक्षर करके तहसीलदार शिवपुरी के फर्जी हस्ताक्षर करते हुए नामांतरण प्रक्रिया के कागज तैयार कर किताब दे दी। किसानों ने यह दस्तावेज जब तहसील में लोगों को दिखाए तो यह बात उजागर हुई कि तहसीलदार शिवपुरी के हस्ताक्षर फर्जी है।

इसके अलावा पटवारी ने दोनों किसानों की जमीन से संबंधित मूल दस्तावेज अपने पास रख लिए है। अब जबकि किसान अपने नामांतरण कराने के लिए वर्तमान में पदस्थ हल्का नं.49 के पटवारी के पास जा रहे हैं तो वर्त ाान पटवारी उनसे जमीन के मूल दस्तावेज मांग रहा है। इससे किसान परेशान हो रहे है।

इनका कहना है-
पटवारी हल्का नं.49 में पदस्थ रहे पटवारी बृजेश यादव ने रामस्वरूप यादव और रमजान खां के नामांतरण पर जो हस्ताक्षर तहसीलदार शिवपुरी के कराए है वह मेरे नहीं है। पटवारी के खिलाफ नोटिस जारी किया जा रहा है जांच के बाद स त कार्यवाही होगी।
आर.एल. मिश्रा
तहसीलदार, शिवपुरी