शहर में पानी के टेंकरो की भुगतान की फाईल कलेक्टर ने रोकी

शिवपुरी। नगर पालिका क्षेत्रांतर्गत 39 वार्डों में गर्मी के सीजन में जो पानी के टैंकर लगाए गए उनके भुगतान की फाइल नपा और कलेक्टर कार्यालय के बीच अटक गई है। मई और जून माह में जो टैंकर पानी सप्लाई के लिए चले उनका एक करोड़ का भुगतान होना है लेकिन भुगतान की फाइल अटकने के बाद सबसे ज्यादा पार्षद चिंता में हैं।

बताया जाता है कि कई पार्षदों ने दूसरे ठेकेदारों के नाम से या पार्टनरशिप में इस काम को किया लेकिन अब पेमेंट नहीं होने से यह परेशानी में हैं। एक वार्ड में तीन-तीन टैंकरों के मान से पानी की सप्लाई दर्शायी गई है। एक टैंकर का एक महीने का बिल 45 हजार के आसपास है।

इस तरीके से एक ठेकेदार का एक महीने का बिल 3 टैंकरों का डेढ़ से दो लाख रुपए तक का बैठ रहा है। यह पेमेंट अटकने से अब सबसे ज्यादा परेशानी पार्षदों के सामने है क्योंकि पार्षदों ने ही ठेकेदारों को आश्वासन देकर यह काम दिलवाया और अब पेमेंट अटकने से ठेकेदार इन पार्षदों पर दबाव बना रहे हैं।

 कुल मिलाकर इस समय एक करोड़ की यह फ ाइल अटकने से पार्षदों से लेकर पानी सप्लाई करने वाले ठेकेदारों के माथे पर चिंता की लकीरें देखीं जा रहीं हैं।

इस बार गहराए पानी के संकट को देखते हुए राज्य शासन द्वारा हर जिले को एक निर्धारित बजट दिया गया है। इसी क्रम में डेढ़ करोड़ रुपए का बजट शिवपुरी कलेक्टर के खाते में इसी मद से आया है। नगर पालिका के खाते में पैसा आता तो मिलजुलकर अभी तक भुगतान हो जाता लेकिन कलेक्टर ने टैंकर वितरण के पूरे वेरिफि केशन के बाद ही भुगतान का मन बनाया है इसलिए प्रक्रिया लटका दी।

कलेक्टर ने डेढ़ करोड़ में से केवल 50 लाख रुपए नपा शिवपुरी को दिए हैं। इनमें से पूर्व वित्तीय वर्ष में मार्च तक जो टैंकर नगर में चले उनका ही 42 लाख का भुगतान कलेक्टर कार्यालय से मिले 50 लाख में से हो पाया है। इसके बाद मई व जून का पेमेंट अलग से एक करोड़ होता है इसके अलावा जुलाई का अलग से। इस तरह से अभी भी नपा को एक करोड़ से ज्यादा का बजट टैंकरों के भुगतान के लिए चाहिए। लेकिन कलेक्टर के यहां से बजट आवंटन न होने से भुगतान प्रक्रिया लटकी पड़ी है।

नपा के पास बजट की कमी रू इस समय नपा के पास बजट की काफ ी कमी देखी जा रही है। वर्तमान में नपा के पास केवल चार करोड़ रुपए का फं ड ही है। इसमें से ही वेतन भत्ते व अन्य कामों पर राशि खर्च करना है। इसके अलावा तीन करोड़ के बजट से नगर की सड़कों का मर मत कराना है। इसके टेंडर निकाले जा चुके हैं।