जलक्रांति: इस महाबंद में चाय, समौसे और दूध तक तरस गए शहरवासी

शिवपुरी। बीते सात दिन पहले सिंध के पानी के लिए शहर ऐतिहासिक रूप से बंद रहा था इसी क्रम में एक बार फिर आनन फानन ढंग से बंद का आयोजन किया गया जिसके चलते नागरिकों ने भी इस बंद को समर्थन दिया। इस बंद में चाय,समौसे और दूध तक शहरवासी तरस गए। बंद के प्रभाव से दवाइयों की दुकानें, चिकित्सक और पेट्रोल पंप पूरी तरह से मुक्त किया गया ताकि आमजन को स्वास्थ्य संबंध्ी कोई परेशानी ना हो।

शहर में महज चार पहियों के ठेलों पर सब्जी और फल बिकते रहे। बंद का असर शहर के हृदय स्थल कोर्ट रोड, सदर बाजार, प्रगति बाजार सहित कमलागंज आदि में देखने को मिला। व्यापारियों ने रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और सिंध का पानी शिवपुरी लाने की मांग की।

बंद पड़ा पूरा बाजार, सुनसान रहे स्थल
आज के बंद का आव्हान शिवपुरी फूड ऐसोसिएशन ने किया था। जिसके प्रभाव के चलते चाय, नाश्ते, मिठाई, रेस्टोरेंट और होटल, डेयरी आदि बंद रहती, लेकिन कल अचानक कपड़ा व्यापारियों, सर्राफा व्यापारियों सहित कई ऐसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बंद में शामिल होने का फैसला किया जिससे फूड ऐसोसिएशन द्वारा किये जा रहे बंद को शिवपुरी बंद का नाम दे दिया गया। आज सुबह से ही व्यापारियों ने बाजारों में घूम घूमकर दुकानें बंद कराईं। कई स्थानों पर व्यापारी आपस में ही उलझते हुए देखे गये। युवाओं की टोली मोटरसाइकिल पर बंद कराती हुई देखी गई। इस टीम ने खुली हुई दुकानों को बंद कराया।

अनशन पर बैठकर किया विरोध प्रदर्शन
अनशन स्थल पर आज जलक्रांति के समर्थन नीरज तिवारी, राजेन्द्र गुर्जर, अमरदीप शर्मा नेपाली और बंटी कुमार सेन धरने पर बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं उनके साथ पब्लिक पार्लियामेंट के संरक्षक और जलक्रांति सत्याग्रह के प्रेरणास्त्रोत मधुसूदन चौबे सहित अन्य सदस्य मंच पर मौजूद रहे। माधवचौक से लेकर कोर्ट रोड, हलवाई खाना, एबी रोड, पुरानी शिवपुरी, कमलागंज, न्यूब्लॉक क्षेत्र में बंद के कारण सन्नाटा पसरा रहा। लोग चाय और नाश्ते के लिए तरसते रहे।

नहीं मिला दूध
शहर में व्यापारियों द्वारा जलक्रांति को समर्थन देने के लिए बंद का आव्हान किया गया है उनके साथ गांव से शहर में दूध की सप्लाई देने वाले दूधिये भी हड़ताल पर रहे और उन्होंने शहर में दूध की सप्लाई बंद रखी। ऐसी स्थिति में लोग दूध के लिए भी भटकते रहे।

चिकित्सकों व मेडीकलों को र ाा बाजार बंद से दूर
शहर में अव्यवस्था न फैले और मरीजों को मुसीबत का सामना न करना पड़े इस व्यापारिक संगठनों ने खानपीन की वस्तुओं और रेडीमेड सहित अन्य दुकानों को बंद रखा लेकिन मेडीकल और क्लीनिकों सहित पेट्रोल पंपों को बंद से दूर रखा। पेट्रोल पंपों जहां भीड़ देखी गई वहीं बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा।