गैरजमानती अपराध के आरोपी को पकड़वाने के बाद भी पुलिस ने छोड़ा

शिवपुरी। शराब के लिए पैसे मांगने और न देने पर हमला करने के आरोपी राजवीर गुर्जर को फरियादी डॉ. केके शर्मा आदि ने पुलिस को सूचना देकर गिर तार करा दिया। आरोपी पर भादवि की धारा 327, 341, 323, 294 और 506बी का मामला दर्ज था।

इसके बाद भी पुलिस ने गैरजमानती अपराध के आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश नहीं किया और उसे छोड़ दिया। इस मामले की जांच के लिए फरियादी दंत चिकित्सक डॉ. केके शर्मा ने आईजी आदर्श कटियार को ज्ञापन सौंपा है। उनका यह भी आरोप है कि पुलिस ने राजवीर के साथ दो अन्य आरोपी अरविन्द और महेश को भी गिर तार कर लिया था, लेकिन आज तक उन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष पेश नहीं किया। ऐसा क्यों हुआ इसकी जांच की जा रही है।

आईजी आदर्श कटियार को सौंपे ज्ञापन में फरियादी डॉ. केके शर्मा ने लिखा है कि उनके भतीजे विनय कुमार शर्मा से आरोपी राजवीर गुर्जर ने शराब पार्टी के लिए 500 रूपये की मांग की तथा रूपये देने से इंकार करने से आरोपी राजवीर गुर्जर, महेश और अरविन्द ने ऑरियन्टल बैंक चौराहे पर 24 मार्च को विनय कुमार की बुरी तरह से मारपीट की जिससे उसके पैर में फैक्चर हो गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

इस पर आरोपियों के विरूद्ध कोतवाली शिवपुरी में गैरजमानती धाराओं में मामला पंजीबद्ध हुआ। फरियादी डॉ. शर्मा का कहना है कि घटना के चार दिन बाद 28 मार्च को उन्होंने एएसआई खन्ना को मोबाइल से आरोपियों के बारे में सूचना दी। इस पर एएसआई खन्ना ने मय पुलिस फोर्स के साथ रात्रि साढ़े नौ बजे करौंदी से आरोपी राजवीर निवासी करौंदी को मोहल्ले वालों के समक्ष गिर तार कर लिया।

दो अन्य आरोपी महेश और अरविन्द को भी गिर तार कर कोतवाली लाया गया, लेकिन इसके बाद सभी आरोपियों को संदेहास्पद स्थिति में छोड़ दिया गया। फरियादी डॉ. शर्मा ने आईजी कटियार से मांग की है कि इस मामले की जांच एएसआई खन्ना से न कराकर किसी अन्य सक्षम अधिकारी से कराई जाए।