शहीद मेला: लोक नृत्यों ओर बुन्देली गीतो न बंधा समा, देर रात तक चला कार्यक्रम

शिवपुरी 20 अप्रैल।  अमर शहीद तात्याटोपे के बलिदान दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय तात्याटोपे समारोह के दौरान दूसरे दिन, सुश्री मणिमाला सिंह रीवा के नेतृत्व में कलाकारों ने बुन्देली गीत एवं नृत्यों की आकर्षक प्रस्तुति दी, जिन्हे दर्शकों ने काफ ी सराहा।

स्वराज संस्थान संचालनालय म.प्र. शासन संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से तात्याटोपे समाधि स्थल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बुन्देलखण्ड लोकगीत एवं लोकनृत्य की आकर्षक प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गई। कार्यक्रम के शुरू में पोहरी क्षेत्र के विधायक श्री प्रहलाद भारती ने पुष्प गुच्छ देकर कलाकारों का स्वागत किया।

सुश्री मणिमाला सिंह के नेतृत्व में कलाकारों ने श्री गणेश जी एवं मां की बंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कलाकारों ने बुन्देलखण्ड का ''विरह नृत्यÓÓ नच नहाई नृत्यों के साथ शादी के अवसर पर गाये जाने वाले बधाई, सुहाग, थाली गीत एवं नृत्य के साथ होली के अवसर पर किए जाने वाले नृत्यों की प्रस्तुति दी। वहीं कलाकारों ने बच्चे के जन्म के अवसर पर गाये जाने वाले गीतों को भी प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में मु य रूप से श्रीमती उर्मिला मिश्रा, कु. रोली मिश्रा ने गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में हरमोनियम पर  रावेन्द्र मिश्रा ने, ढोलक पर  आशीष भट्ट ने, तवले पर  अमित सोनी, सारंगी पर अली अहमद खां और मजीरा पर घनश्याम तिवारी ने संगत दी। जबकि कलाकारों में मु य रूप से कु.अर्पिता सिंह, कु.मोनिका वघेल, कु.निधि श्रीवास्तव, कु.अर्पिता शुक्ला और कु. अनामिका जैन ने पार पारिक लोक गीतों एवं नृत्यों की प्रस्तुति दी।