राष्ट्रीय टीकारण के दिन ही हडताल पर गया, स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ

शिवपुरी। स्वास्थ्य सेवाओं में भले ही स्वास्थ्य अमला कोई सुधार ना ला पाए लेकिन अपनी मांगों को लेकर जरूर स्वास्थ्य कार्यकर्ता सजग हो उठते है। मंगलवार के दिन टीकाकरण करने का दिन निर्धारित है बाबजूद इसके इसे ध्यान में ना रखते हुए सेरआम स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया गया और बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले सैकड़ों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एक दिनी हड़ताल पर चले गए।

क्या इनकी हड़ताल मंगलवार को ही होनी थी जबकि यह दिन राष्ट्रीय टीकाकरण के लिए निर्धारित किया गया है बाबजूद इसके अपने कर्तव्य को छोड़ अपनी मांगों की मंजूरी के लिए यह स्वास्थ्य कार्यकर्ता हड़ताल पर चले गए। कहीं ना कहीं इसमें स्वास्थ्य विभाग भी दोषी है जिन्होंने इस संघ को अपना समर्थन देकर उनकी इस हड़ताल को स्वीकार किया।

 ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि इस तरह के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व संगठन पर उचित कार्यवाही करनी चाहिए क्योंकि अपने कर्तव्य को लेकर मांगें होना चाहिए और अपने अधिकारों को पाने का हक सभी को है लेकिन राष्ट्रीय टीकाकरण के दिन यह हड़ताल कहीं से कहीं तक उचित नहीं कही जा सकती।

यहां बताना होगा कि न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर्मचारी संघ मप्र के अध्यक्ष ललित कुमार मौर्य ने अपने संगठन के बैनर तले मंगलवार के दिन सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की हड़ताल करा दी। इसके लिए उन्होंने संगठन के बैनर तले अपने कर्तव्यों को लेकर अपना हक मांगा और कई मांगें प्रशासन के समक्ष रखी। लेकिन वह यह भूल गए कि जिस कर्तव्य के लिए वह मांगें रख रहे है पहले उसे पूरा तो कर लें, बात हो रही है हड़ताल के दिन मंगलवार की जहां यह दिवस राष्ट्रीय टीकाकरण के रूप में निर्धारित किया गया है।

 जिले भर के विभिन्न क्षेत्रों में मंगलवार को अनेकों महिलाऐं इस टीकाकरण अभियान में भाग लेती है ऐसे में इस अ िायान को इस संगठन की हड़ताल से धक्का लगा है। मांगें मानने के लिए और भी दिन है जहां हड़ताल की जानी चाहिए बाबजूद इसके शासन  के नियम निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ ने हड़ताल की और राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में अपना योगदान नहीं दिया।

वेतन वृद्धि सहित है अन्य मांगें
प्रदेश के मु यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में न्यू बहुउद्देशयी कार्यकर्ता संघ ने अपनी कई मांगें रखी। जिसमें वेतन वृद्धि की मांग की गई और एमपी डब्लू/ए.एन.एम.छठवां वेतनमान 5200 वर्तमान से बढ़ाकर 9300 व अधिक किया जावे, इसी प्रकार अन्य एमपीएस/एचएलव्ही व बीईई/एमआई के पद पर कार्यरत कर्मचारियों के भी वेतन बढ़ाए जाने की मांग रखी।

इसके अलावा पुरूष एवं महिला बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता का नाम परिवर्तन कर ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी रखा जावे, सुपरवाईजर की जगह क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारी कहा जावे, पूरे सेवाकाल में एमपीडब्लू/एएनएम को कम से कम 3 पदोन्नति दी जावे एवं पदोन्नति के लिए परीक्षा हो, जिसमें पात्रता प्रथम क्रमोन्नति पर हो। कार्यकर्ता बीमारियों के बीच रहकर काम करता है इसलिए जोखिम भत्ता 1000/ एवं चिकित्सा भत्ता 1000 रूपये प्रतिमाह वेतन में जोड़कर भुगतान किया जावे।

इसके अलावा अन्य नियुक्ति, यूनीफार्म, चौधरी वेतनमान 1983 एवं वोरा वेतन पुनरक्षण 1987 की कमियों को दूर करने, एमपीडब्लू के रजिस्टे्रशन पैरामेडीकल में करने के सरलीकरण किया जावे। यह विभिन्न मांगें रखी गई। यह मांग करने वालों में संघ के अध्यक्ष ललित मौर्य के साथ आमिर खान, प्रमोद कटारे, मनोज भार्गव, इश्त्याक सिद्दीकी, सरोज ला बा, शकीला काजी, परवेज खान, महेशपुरी, दीपक सोनी आदि सहित संगठन् के अन्य लोग शामिल है।

इनका कहना है-
हमें तो स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ की ओर से लिखित में सूचना दी है कि संघ की हड़ताल है इसलिए टीकाकरण नहीं किया जाएगा, इसके अगले दिन बुधवार या गुरूवार को टीकाकरण कर दिया जाएगा जबकि हमने इस दिन हड़ताल की मनाही की लेकिन संगठन ने जिला स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित किया है इसलिए हम कुछ नहीं कर पाए।
बी.एस.दुबे
बीएमओ सतनबाड़ा, जिला शिवपुरी