मनियर में 5 लोगों को जिंदा जलाया

शिवपुरी। अभी-अभी खबर आ रही है एक जेठ ने अपनी भाई की पत्नि को पाने की चाह में मनियर क्षेत्र में रहने वाले पत्नि के मायके के 5 सोते लोगों पर बीती रात पेट्रोल डालकर आग लगा दी है, इस घटना में आग के हवाले किए गए लोग बुरी तरह झुलस गए है और इनमे से 4 लोगों को ग्वालियर रैफर कर दिए जाने की खबर आ रही है।


जानकारी के अनुसार शिवुपरी के मनियर क्षेत्र में निवास करने वाले राठौर परिवार ने अपनी बिटिया लक्ष्मी राठौर का विवाह आज से 2 वर्ष पूर्व विजयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम टैडरा के रामलला राठौर के साथ किया था।

बताया जा रहा है कि लक्ष्मी राठौर का पति रामलला राठौर कारीगर है और बैगंलौर टाईल्स लगाने को काम करता था और काम के सिलसिले में घर से बहार ही रहता है। इधर लक्ष्मी के जेठ रामलखन अपने भाई की पत्नि लक्ष्मी पर बुरी नजर रखता था। इस चैत्र की नवरात्रि से लक्ष्मी अपने ससुराल को छोडकर मायके में आकर रहने लगी।

कुछ दिन पूर्व लक्ष्मी की सास कमलाबाई शिवुपरी आई और अपनी बहू लक्ष्मी को ससुराल ले जाने को कहा, लक्ष्मी के माता पिता ने लक्ष्मी को ससुराल यह कहकर मना कर दिया कि जब दामाद जी लेने आऐगें उनसे बातचीत करके ही हम अपनी बिटिया को उनके साथ ही भेजेंगें।

बताया गया है कि कल लक्ष्मी राठौर के जेठ रामलखन राठौर का फोन आया कि हम अपनी बहू को लेने आ रहै है। कल शाम को लक्ष्मी के जेठ रामलखन, नंनदैऊ रामवीर सास कमला और पप्पू नाम का व्यक्ति आया था।

इन्ही सभी ससुरालियों ने लक्ष्मी को अपने साथ लेकर जाने को कहा, मायके पक्ष के लोगो ने लक्ष्मी के पति रामलला से बिना बात करे भेजने को राजी नही हुए इस कारण इनमें काफी बहस भी हुई और अत: ससुरालियों पर भडकते हुए वहां से चले गए।

बताया गया है कि अपने भाई की पत्नि को पाने की चाह और उसके मायके के लोगो द्वारा की गई बेज्जती से लक्ष्मी का जेठ रामलखन पागल हो गया और रात में लक्ष्मी के घर मोटरसाईकिल से जेठ रामलखन पप्पू के साथ आया और जिस कमरे में लक्ष्मी के मायके के 5 लोग सो रहे थे। उस कमरे की खिड़की दरवाजे में पेट्रौल डालकर और कमरे के दरवाजे को बहार से बंद कर आग लगा दी।

आग लगने के कारण कमरे में चीख पुकार मच गई और पास के कमरे में ही लक्ष्मी के भाई रामेश्वर राठौर, भाभी भावना राठौर और भतीजी राागिनी सो रही थी। इस आग लगे लोगो की चीख पुकार सुन कर ये सभी उठ गए, लक्ष्मी के भाई रामेश्वर ने इन आरोपियो को भागते देखा। इतने में इस चीख पुकार को सुनकर आस पास के पडौसी भी आ गए। किसी तरह इन सभी लोगो ने लक्ष्मी के परिजनो की आग बुझाई और तत्काल अस्पताल लेकर गए।

इस सामूहिक आगजनी के काण्ड में कमरे सो रही लक्ष्मी पिता जगदीश राठौर, मॉ गीता राठौर, भाई महेश राठौर और छोटी बहन सरस्वती राठौर बुरी तरह झुलस गए है इन सभी घायलो में से चार पीडितो की हालत खतरे में बताई गई है। लक्ष्मी के पिता जगदीश राठौर को छोडकर शेष सभी घायला को ग्वालियर रैफर कर दिया है।


बताया गया है कि इस सामूहिक ​अग्निकांड के बाद अस्पताल में पुलिस अधीक्षक भी घायलों के पास पहुचें, आरोपी अभी फरार बताया जा रहा है।  पुलिस इस मामले की जांच पडताल में जुट गई है।