16 वर्ष की आयु में शिवाजी ने अनेके किलो को फतेह कर लिया था

शिवपुरी ब्यूरो। महाराष्ट्र समाज शिवपुरी के श्री गणेश मंदिर में छत्रपति शिवाजी महाराज के 408 वीं जयंती आज सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। समाज की ओर से महाराष्ट्र समाज न्यांस के पूर्व अध्यक्ष व्हीआर अ यंकर व जिला न्यायालय शिवपुरी के उप संचालक श्रीकांत गोरे ने शिवाजी महाराज के जीवन वृतांत का उल्लेख किया।

प्रारंभ में महाराष्ट्र समाज ट्रस्ट के लोकपाल यूंजे इंगले ने शिवाजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण पर दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तदोपरांत उपस्थित जनों ने एक-एक करके श्रद्धासुमन अर्पित किये। कार्यक्रम में वक्ताओं ने श्रीकांत गोरे ने कहा कि शिवाजी के शौर्य व पराक्रम में उनके गुरू स्वामी रामदास का विशेष आर्शीवाद था। दूसरे वक्ता व्हीआर अ यंकर ने कहा कि छत्रपति शिवाजी की शिक्षा दीक्षा व सौर्यता में गुरू रामदास स्वामी के साथ-साथ माँ जीजा बाई का प्रमुख योगदान हैं।

उन्होंने कहा कि मात्र 16 वर्ष की आयु में शिवाजी ने महाराष्ट्र क्षेत्र के अनेक किलों पर फतह कर मराठी भाषी जनों का उत्थान किया। कार्यक्रम में समाज के लोकपाल यूजे इंगले, व्हीआर अ यंकर, श्रीकांत गोरे, के.एम.गर्दे, सुरेश डोंगरे, एन.एस.सिनखेड़कर, अरूण देसाई, मधुकर शेवगांवकर, संतोष दशर्नीय, श्रीमती सरोज वालंदे। श्रीमती विनया मोघे, श्रीमती ज्योति अ यंकर, श्रीमती सरिता राहुरीकर समेत पुरूष महिलायें व बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन समाज के अध्यक्ष विनय राहुरीकर ने किया।