स्वाईन फ्लू से महिला की मौत, मरणोपरान्त हुआ खुलासा

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में स्वाईन फ्लू से तीसरी मौत का भी समाचार आ गया और दोनो मौतो की तरह ही इस महिला को मरणोपरान्त ही ज्ञात हो पाया है इसकी मौत की बजल स्वाईन फ्लू  है।

मृतिका महिला में स्वाइन फ्लू के लक्षण होने की पुष्टि ग्वालियर के सुयश हॉस्पीटल के डॉक्टरों ने की है, वहीं कोटा के पारिक हॉस्पीटल के डॉ. एसएन पारिक ने मृतिका की जांच की है, लेकिन अभी उसकी रिपोर्ट नहीं आर्ई है।

जिले में स्वाइन फ्लू से मौत का यह तीसरा प्रकरण है इससे पहले पिछोर की एक महिला ने स्वाइन फ्लू के कारण दम तोड़ा, वहीं करैरा की एक युवती की भी स्वाइन फ्लू से दिल्ली में मौत हो चुकी है।

शिवपुरी शहर में स्वाइन फ्लू का यह पहला प्रकरण है जिससे लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है और शहरवासी स्वाइन फ्लू से बचने के प्रयासों में जुट गये हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कमलागंज में रहने वाली प्रेमलता राठौर विगत 10 दिन पहले अपनी रिश्तेदारी से लौटकर शिवपुरी आई थी, जहां उन्हें हल्की सर्दी-जुकाम थी जिसका इलाज उन्होंने जिला चिकित्सालय में कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें दवा दें दीं, लेकिन 20 तारीख को प्रेमलता की हालत बिगड़ गई और परिजन उसे लेकर ग्वालियर सुयश हॉस्पीटल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की तो ज्ञात हुआ कि प्रेमलता में स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं जिसका वहां इलाज किया गया, लेकिन रात में ही उनकी तबियत और बिगड़ गई जिसे देखते हुए परिजन 22 फरवरी को कोटा ले गये जहां पारिक हॉस्पीटल में उन्हें भर्ती कराया गया।

जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा था और डॉक्टरों ने उनकी जांच भी की थी, लेकिन आज रात्रि करीब 1 बजे प्रेमलता की हालत बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतिका प्रेमलता राठौर के पुत्र जुगल राठौर का कहना है कि जिला चिकित्सालय में जांच की कोई भी व्यवस्था नहीं है अगर उन्हें शिवपुरी में ही पता लग जाता कि उनकी मां को स्वाइन फ्लू है तो उनका इलाज अच्छे से अच्छे अस्पताल में ले जाकर कराते।

फिलहाल कोटा के हॉस्पीटल से प्रेमलता की जांच रिपोर्टें अभी प्राप्त नहीं हुई हैं, लेकिन ग्वालियर के सुयश हॉस्पीटल के डॉक्टरों ने प्रेमलता में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये थे जिसकी जांच रिपोर्ट भी मृतिका के परिजनों पर है।

आज सुबह यह जानकारी स्वास्थ्य महकमे को लगी तो वह जांच के लिये मृतिका के घर पर पहुंचे। इस पूरे मामले में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी जेपी करौठिया और सिविल सर्जन गोविंद सिंह से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किये।