नरवर में बेची गई थी बैतूल की बालिका

शिवपुरी। जिले के नरवर थाना पुलिस ने बीती रात्रि बैतूल से नरवर के गड़ौली गांव में बेची गई एक नाबालिग बालिका को बरामद किया है। उक्त बालिका को उसका जीजा और मौसा बैतूल से लेकर आए और गड़ौली के एक युवक को बेच दिया जहां वह युवक के चंगुल को छूटकर बीती रात्रि ग्राम केरूआ पहुंची जहां उसने ग्रामीणों को घटना के बारे में बताया जिस पर पुलिस को सूचित किया गया।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बालिका को थाने ले आई। जहां उससे पूछताछ की गई, लेकिन वह ठीक ढंग से जवाब नहीं दे पा रही है। जिसे महिला डेस्क प्रभारी आराधना डेविस के पास पहुंचाया है और इस मामले में महिला पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है और बैतूल में रह रहे उसके परिजनों को शिवपुरी बुलवाया गया है।

जानकारी के अनुसार नरवर थाना प्रभारी यूएस मंडेलिया ने बताया कि बालिका से पूछताछ में ज्ञात हुआ है कि 10-12 दिन पहले उसे बैतूल के ग्राम कतिया थाना रानीपुर से उसका जीजा सुनील आदिवासी और मौसा तुलसी विश्वकर्मा उसे बहला फुसलाकर ले आया जहां दोनों उसे लेकर ग्वालियर पहुंचे और दो-तीन दिन उसे ग्वालियर रखा।

इसके बाद उसे भिण्ड भी ले गए और सात-आठ दिन पहले उसे लेकर दोनों जीजा और मौसा नरवर के ग्राम गड़ौली में रहने वाले एक युवक अरविन्द पुत्र भगवानदास बैरागी के यहां छोड़ गए और उक्त युवक ने उसके साथ शादी रचा ली, लेकिन बालिका अरविन्द के साथ रहना नहीं चाहती थी और वह कल युवक को चकमा देकर वहां से भाग निकली और ग्राम केरूआ पहुंची जहां उसने ग्रामीणों को उसके साथ हुई घटना का विवरण बताया।

जिस पर ग्रामीणों ने पुलिस को वहां बुला लिया और पुलिस बालिका को लेकर थाने ले आई। श्री मंडेलिया का कहना है कि बालिका सही जानकारी नहीं दे पा रही है जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बालिका उसके जीजा या मौसा अपहरण करके लाए थे या खुद वह अपनी मर्जी से उनके साथ आई थी। फिलहाल उसके पिता को बालिका की शिवपुरी होने की जानकारी दे दी गई है और वहां की पुलिस भी शिवपुरी के लिए रवाना हो गई है। उनके आने के बाद ही पूरे मामले का पटाक्षेप हो सकेगा।