भास्कर पर प्रोफेसर की हत्या का आरोप

शिवपुरी। गत दिवस एसपीएस अकेडमी परिसर में कार और बाइक की संदिग्ध भिड़ंत में अकेडमी के प्रोफेसर संजय भार्गव की मौत हो गई। सूत्र बताते हैं कि मोटरसाइकिल पर सवार संजय भार्गव पर पीछे से प्राचार्य पंकज भास्कर की कार ने जोरदार टक्कर मारी। जिससे अस्पताल ले जाते-ले जाते संजय की मौत हो गई।

इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि दुर्घटना के समय कार में प्राचार्य भास्कर उपस्थित थे या नहीं लेकिन मृतक के चचेरे भाई विशाल भार्गव का आरोप है कि श्री भास्कर स्वयं कार चला रहे थे और दुर्घटना के बाद एक अन्य शिक्षक तिवारी ने उन्हें वहां से भगा दिया था। इस मामले में मृतक के परिजनों ने अकेडमी के प्राचार्य पंकज भास्कर और सहायक प्राचार्य सुनील तिवारी पर साजिशन हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं अकेडमी प्रबंधन ने इन आरोपों को नकारते हुए प्राचार्य और सहायक प्राचार्य का बचाव किया है। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानकर मर्ग कायम कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शाम साढ़े 4.40 पर कॉलेज की छुट्टी होने के बाद प्राफेसर संजय भार्गव अपनी मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी 33 एमजी 2081 पर सवार होकर घर के लिये रवाना हो रहे थे और जैसे वही कॉलेज परिसर में पहुंचे तभी पीछे से कार क्रमांक एमपी 33 सी 2233 के चालक ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी जिससे बाइक पर सवार संजय की चोटें लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस मामले में मृतक के चाचा विनोद पुत्र एनके भार्गव निवासी खेड़ापति कॉलोनी ने आरोप लगाया है कि उक्त कार को अकेडमी का प्राचार्य पंकज भास्कर चला रहा था जिसने साजिशन संजय में टक्कर मारी और उसकी कार से कुचलकर हत्या कर दी है।

संजय से ईर्ष्या रखते थे तिवारी और भास्कर: विशाल भार्गव
मृतक संजय भार्गव का चचेरे भाई विशाल भार्गव का आरोप है कि अकेडमी का प्राचार्य और सहायक प्राचार्य संजय से ईर्ष्या रखते थे क्योंकि संजय अकेडमी संचालक अशोक ठाकुर के विश्वासपात्रों में जाना जाने लगा था जिससे संचालक के समक्ष दोनों की पूछपरख कम होने लगी थी और इसी के चलते आये दिन तिवारी और भास्कर संजय से झगड़ते थे और इन्हीं झगड़ों को खत्म करने के लिये दोनों ने संजय की हत्या कर दी और उसे दुर्घटना में तब्दील करने की कोशिश कर रहे हैं।

प्राचार्य और सहायक प्राचार्य मांगते थे 20 हजार रुपये
मृतक संजय के चचेरे भाई विशाल भार्गव ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह अकेडमी में कुछ समय के अनुपस्थित रहा था जिस कारण उसकी उपस्थिति रजिस्टर में कम दर्ज थी जिन्हें पूरी करने के लिये सुनील और पंकज 20 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। लेकिन भाई मृतक संजय भार्गव एसपीएस अकेडमी में ही प्राफेसर है जिस कारण उसने पूरी बात संजय को बताई और संजय ने दोनों से बात की तो दोनों ने बिना रूपये लिये उपस्थिति पूरी नहीं करने की बात संजय से कही जिसे लेकर संजय का दोनों से विवाद भी हुआ।

मृतक के परिजनों के सभी आरोप झूठे और निराधार: अशोक ठाकुर
बीती शाम अकेडमी परिसर में कार दुर्घटना में संदिग्ध मौत के मामले में एसपीएस अकेडमी के संचालक अशोक ठाकुर ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा है कि मृतक संजय के साथ तिवारी और भास्कर भी मेरे विश्वस्त हैं, लेकिन संजय के परिजनों द्वारा हत्या का जो आरोप लगाया जा रहा है वह झूठा और निराधार है यह हत्या नहीं दुर्घटना है और दुर्घटना अंजाने में होती है।

प्रथम दृष्टि में लगता है कि दुर्घटना है:एसपी छारी
एसपी एमएल छारी और एड. एसपी आलोक सिंह ने आज दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के बाद एसपी छारी ने बताया कि हालांकि प्रथम दृष्टि में यह दुर्घटना का मामला लग रहा है, लेकिन सुनिश्चित रूप से जांच और पीएम के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि संतुलन बिगड़ जाने के कारण दुर्घटना घटित हुई। पहले कार ने दीवार में टक्कर मारकर उसे क्षतिग्रस्त किया और फिर मोटरसाइकिल में टक्कर मारी। जिससे संजय भार्गव की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है कि कार ने इतनी स्पीड कैसे पकड़ी।