व्यापमं घोटाला: पास अभ्यर्थी को कर दिया फेल

शिवपुरी। मध्यप्रदेश सब इंस्पेक्टर परिक्षा 2013 में व्यवसायिक परीक्षा मंडल मप्र भोपाल द्वारा ली गई परीक्षा में अभ्यर्थी गिरीश नामेदव को व्यापंम ने फेल घोषित कर दिया।

अभ्यार्थी ने व्यापंम की परिक्षा के रिजल्ट पर विश्वास ना करते हुए गिरिश नामदेव ने सूचना के अधिकार के तहत मप्र व्यवसायिक परीक्षा मंडल मप्र भोपाल से परिक्षा की आंसर सीट मांगी। आंसर सीट आई तो गिरीश के नंबर घोषित परिक्षा परिणामो से तीन गुने अधिक थे।

गिरिश ने अब व्यापंम के इस फर्जीवाडे के खिलाफ कोर्ट की शरण ली है। मप्र व्यवसायिक परीक्षा मंडल ने 9 मार्च 2014 को मप्र सब इंस्पेक्टर परीक्षा आयोजित की थी व्यापंम ने परीक्षा के उपरांत 28 नवंबर 2014 को अंतिम परणाम घोषित किया था जिसमें अभ्यर्थी गिरीश को सामान्य सेकंड पेपर एंव हिन्दी, अंग्रजी थर्ड पेपर दानो मिलाकर 59 नंबर अंकसूची में प्रदर्शित किए गए । गिरिाश ने व्यापमं के अस रिजल्ट पर सवाल खडें करते हुए सुचना के अधिकार के तहत जानकारी ली,जिसमे उसने व्यापंम से आंसर सीट मांगी थी। आसंर सीट आने के बाद व्यापंम ने जो ओएमआर सीट गिरीश नामदेव को भेजी। उससे फायनल आंसर सीट के सेट क्र. सी से मिलाने पर गिरीश को 154.48 नंबर प्राप्त हो रहे है

ये कहा अभ्यर्थी ने
पीडित गिरिश ने कहा कि मैन आरटीआई से जानकारी निकलवाई,जिसमें ओएमआर सीट मं मेंरे 159 नंबर से ज्यादा अंक मुझे प्राप्त हो रहे है व्यापंम ने जो सार्टिफाईड कॉपी मुझे उपलब्ध कराई है, उसकी फायनल आंसर सीट
में सेट क्रंमाक सी की छायाप्रति से मिलान करने के बाद मैने ये मामला कोर्ट मे ममाला लगाया है यहां सब साठगांठ कर पात्रो को फैल ओर अपात्रो को पास किया जा रहा है।