एक मीटिंग के दो दो प्रेसनोट, ऐसा क्यों ?

शिवपुरी। विधायक एवं मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने 28 जनवरी को पीडब्ल्यूडी मंत्री सरताज सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद 2 तरह की खबरें मीडिया में जारी की गईं। भोपाल से जारी हुई खबर में शिवपुरी की सड़कों का जिक्र तक नहीं था, जबकि शिवपुरी में जारी हुई खबर में ऐसे बताया गया है मानो मीटिंग केवल सड़कों के लिए ही हुई थी।

शिवपुरी में क्या छपा है यह बताने की शायद जरूरत नहीं, दावा किया गया है कि शिवपुरी की सड़कों के लिए यशोधरा राजे सिंधिया 66 करोड़ रुपए ले आईं हैं, यह पैसा तब​ मिला जब यशोधरा खुद सरताज सिंह से मिलने पहुंची। नहीं पहुंचती तो शायद नहीं मिलता। 

यहां आपको बता दें कि पीडब्ल्यूडी का 40 करोड़ रुपया कलेक्टर शिवपुरी के प्रेजेंटेशन के बाद ही स्वीकृत हो गए थे। इसे इत्तेफाक कहा जा सकता है कि सरताज और सिंधिया की मीटिंग के दूसरे दिन फंड रिलीज हो गया। नाबार्ड फंड के 28 करोड़ रुपए भी उसकी प्रक्रिया का हिस्सा है। इसके लिए किसी ने पापड़ नहीं बेले। इस तरह 68 करोड़ रुपए जारी हुए हैं, प्रेसनोटियों का केल्क्यूलेशन गलत था, 68 को 66 लिख गए। 

यहां यह बताना भी जरूरी होगा कि पिछले दिनों नगरपालिकाओं के अंतर्गत आने वाली सड़कों के सुधार के लिए पूरे प्रदेश की पालिकाओं के लिए बजट आवंटित हुआ है परंतु शिवपुरी को फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। याद कीजिए, शिवपुरी समाचार ने उसी समय यह मामला नोटिस में ला दिया था। 


अब पढ़िए, भोपाल में क्या छपा फोटो सहित



भोपाल। राज्य शासन ने विभिन्न विभागों की भागीदारी वाली कार्यकारी समिति का गठन किया है। समिति महिला और बच्चों के विकास के लिये शासन के विभिन्न विभाग के साथ यूनिसेफ की संयुक्त कार्यकारी कार्ययोजना तैयार करने एवं उसके सुचारू संचालन और कार्यक्रमों की समीक्षा का कार्य करेगी। समय-समय पर कार्य समिति की बैठक होगी। समिति द्वारा समीक्षा प्रक्रिया में महिला और बच्चों के विकास के लिये राज्य सरकार एवं यूनिसेफ के संयुक्त कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की प्रगति, चुनौतियों तथा संबंधित बिन्दु पर विचार किया जायेगा। यह समीक्षा संयुक्त कार्ययोजना में जरूरी परिवर्तनों को ही निर्धारित करेगी। बैठक यूनिसेफ द्वारा अध्यक्ष और सदस्य सचिव के समन्वय से करवाई जायेगी।