तीन जिलों की पुलिस ने डाकुओं को घेरा, अपहृत मैनेजर मुक्त

शिवपुरी। अभी-अभी खबर आ रही है कि पाडरखेडा के रेलवे स्टेशन से अपहृत टेलीकॉम मैनेजर जयपाल खालको को डकैतों से मुक्त करा लिया गया है और पुलिस ने डाकुओ को ग्वालियर के आरौन थाना क्षेत्र के जंगलो में घेर लिया है।

इस मामले में पुलिस ने बड़ी ही चतुराई के साथ काम लिया। इधर पुलिस डाकू घीसा बंजारा को तलाश करती रही और उधर पुलिस की दूसरी टुकड़ी ने डाकू घीसा बंजारा के बेटे को हिरासत में ले लिया। घीसा बंजार का बेटा कुछ माह पहले ही जेल से बाहर आया था। जब पुलिस ने डाकू के बेटे को बंधक बनाया तो डाकू घीसा बंजार लाचार हो गया और पुलिस की शर्तों के अनुसार अपहृत मैनेजर को मुक्त कर दिया।

हमारे सूत्र बताते हैं कि डाकुओं ने अपहृत मैनेजर को शुक्रवार शाम को ही मुक्त कर दिया था परंतु पुलिस मुक्ति का जश्न मनाने के बजाए डाकुओं की गिरफ्तारी पर फोकस बना रही थी और इसी के चलते पुलिस ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत डाकुओं को तीन तरफ से जंगल में घेर लिया।

जानकारी मिल रही है कि इस गैंग को ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर और मुरैना की पुलिस इस गैंग शुक्रवार की रात से ही चारों ओर से घेर रखा है। ग्वालियर के आरौन थाना क्षेत्र के मद्दाखो के जंगल तीन जिलों की सीमा को छुते है और पुलिस किसी भी हालत में इन डकैतो को पकडना चाहती है। इस पूरे ऑपरेशन की कमान ग्वालियर आईजी आदर्श कटियार संभाल रहे है। शिवपुरी में भी वह इस अपहरण कांड के बाद 4 दिनो तक डेरा डाले रहे थे।