न्यायालय में समय बदलने को लेकर वकीलों ने की हड़ताल

शिवपुरी। न्यायालय में कार्यरत अभिभाषक की मौत के बाद होने वाले शोक सभा के समय को उच्च न्यायालय द्वारा परिवर्तित करने के आदेश के विरोध में गुरूवार को स्टेट बार काउंसिल के निर्देशानुसार जिला अभिभाषक संघ के बैनर तले सभी अभिभाषक हड़ताल पर रहे और इसके कारण न्यायालीन कार्य पूरी तरह से प्रभावित रहा। हड़ताल कर रहे वकीलो का कहना है कि किसी दुखद समय में शोक सभा का समय जो पूर्व में था उसे बदलना नहीं चाहिए।

जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि किसी अभिभाषक या न्यायालीन स्टॉफ की असमय मौत होने के बाद न्यायालय में दोपहर में लंच के बाद १.४० बजे शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत आत्मा को श्रृद्धाजंली देने का नियम था। इसके बाद न्यायालय में कोई भी काम नहीं किया जाता था और अघोषित रूप से अवकाश कर दिया जाता था। लेकिन अभी हाल में ही उच्च न्यायालय ने शोक सभा के समय को बदलते हुए इसका नया समय शाम ४ बजे का नियत किया है जो कि पूर्व के समय की तुलना में सही नहीं है। इसी को लेकर आज सभी वकील हड़ताल पर रहे और न्यायालीन काम पूरी तरह से प्रभावित रहा और पक्षकार व अन्य संबंधित लोग परेशान रहे। हड़ताल के दौरान जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा, सचिव शैलेन्द्र समाधिया, उपाध्यक्ष गजेन्द्र यादव, कोषाध्यक्ष अखिलेश महादुले, सह सचिव निखिल सक्सैना, वरिष्ठ अभिभाषक संजीव विलगैया, सूर्य कुमार जैन, केपी अग्रवाल, संदीप माथुर, जेपी शर्मा, राजेन्द्र निगम, परवेज कुर्रेशी, साजिक खान, शफीक अहमद आदि वकील मौजूद रहे।

पाकिस्तान में मारे गए बच्चों को दी श्रृद्धाजंली

हड़ताल के दौरान न्यायालय परिसर में आज दोपहर १२ बजे सभी वकीलो ने बीते रोज पाकिस्तान में तालिबानी आंतकवादियों द्वारा सैकड़ो निर्दोष स्कूली बच्चों की बेरहम तरीके से की गई हत्या के विरोध में दिवगंत बच्चों की आत्माओ को श्रृद्धाजंली देते हुए दो मिनिट का मौन धारण किया।