श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन गांधी पार्क में बही भक्ति की बयार

शिवपुरी। अखण्ड परमधाम सेवा समिति शिवपुरी द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत ज्ञानयज्ञ सप्ताह के कल तीसरे दिन परम पूज्य गुरूदेव युग पुरूष महामण्डलेश्वर स्वामी परमानंद गिरि जी महाराज के परम शिष्य आध्यात्मिक कथा व्यास स्वामी ज्योतिर्मयानंद गिरि जी महाराज के श्रीमुख से प्रहलाद चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन एवं वामन अवतार की कथाओं का श्रवणपान वहां मौजूद भक्तगणों को कराया।

कथा दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होकर शाम 5 बजे तक चली। कथा के बाद महामण्डलेश्वर स्वामी परमानंद गिरि जी महाराज के प्रवचन भी कथास्थल पर हुए जिनमें स्वामी जी ने विश्व में आतंकवाद की समस्या पर ध्यान केन्द्रित कराया। साथ ही पाकिस्तान के पेशावर में मासूम छात्रों पर आतंकियों द्वारा हमला किए जाने की निंदा करते हुए विश्व को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहा। वहीं अपने सुमधुर प्रवचनों से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।  स्वामीश्री ने ब्रह्म ज्ञान का बोध भी वहां मौजूद भक्तों को कराया।

महाराजश्री ने किया गुरू गीता पुस्तक का विमोचन
अमेरिका से आए दंपत्ति दिव्यदीप-आकांक्षा द्वारा लिखित पुस्तक गुरू गीता का विमोचन युग पुरूष महामण्डलेश्वर स्वामी परमानंद गिरि महाराज के कर कमलों द्वारा कल कथा स्थल गांधी पार्क पर किया गया। यह पुस्तक ब्रह्म ज्ञान पर आधारित है। जिसमें मनुष्य के जीवन में उठने वाले सुखी प्रश्रों के जवाब पुस्तक में समाहित हैं।

गुरू श्री से प्रेरणा लेकर अमेरिकी दंपत्ति ने लिखी तीन पुस्तकें
अमेरिका से आए दिव्यदीप ने बताया कि वह मूलत: दिल्ली के रहने वाले हैं और सन् 1997 में वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका चले गए थे। जहां उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और इंटेल कंपनी में वह इंजीनियर हैं। वर्ष 2008 में परमानंद गिरि महाराज जी अमेरिका में प्रवचन दे रहे थे उसी समय वह उनके प्रवचनों से प्रभावित हो गए।

जहां उन्होंने महाराजश्री को अपना गुरू बनाया। उसके बाद से ही जहां भी महाराजश्री के प्रवचन होते हैं वह सारे काम छोड़कर उनके पास आ जाते हैं। उनको और उनकी पत्नी आकांक्षा को महाराजश्री की प्रेरणा मिली और उन्होंने वर्ष 2012 में अपनी पहली पुस्तक ब्राह्मण साक्षात्कार लिखी और उस पुस्तक का विमोचन दिल्ली में आयोजित महाराजश्री के प्रवचनों के दौरान किया। वहीं दूसरी पुस्तक अष्ट वक्र गीता वर्ष 2012 में लिखी। जिसका विमोचन भी महाराजश्री के द्वारा इंदौर में हुआ और कल उनकी तीसरी पुस्तक गुरू गीता का विमोचन भी शिवपुरी में कराया। उक्त पुस्तक में ब्रह्म ज्ञान का संग्रह है। साथ ही वर्ष 2008-09 में अमेरिका में महाराजश्री से वहां के नागरिकों द्वारा पूछे गए प्रश्रों का उल्लेख भी उक्त पुस्तक में है।