चुनावी घमासान में मतदाताओं को लुभाने में लगे प्रत्याशी

शिवपुरी/कोलारस। कोलारस नगर परिषद की आसंदी पर पिछले दस वर्षों से कांग्रेस के रविन्द्र शिवहरे और उनकी पत्नी निशा शिवहरे अध्यक्ष हैं। शिवहरे दंपत्ति ने कोलारस को समस्या मुक्त बनाने के लिए बहुत पसीना बहाया है, लेकिन अभी भी विकास कार्यों की दरकार है। पार्टी में शिवहरे दंपत्ति का प्रभाव और वर्चस्व इतना प्रबल है कि उन्हें सामान्य वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने के बाद भी पार्टी ने उन्हें उ मीदवार बनाया है। भाजपा ने विपिन खेमरिया को उ मीदवार बनाया है।

ऐसे में यहां का चुनाव रोचक हो गया है वर्ष 2004 के नगर परिषद के अध्यक्ष की कुर्सी पर कांग्रेस प्रत्याशी रविन्द्र शिवहरे ने जीत दर्ज की। रविन्द्र शिवहरे का जादू लोगों पर ऐसा चला कि 2009 के चुनाव में सामान्य महिला सीट पर उन्होंने अपनी पत्नि श्रीमती निशा शिवहरे को चुनाव के मैदान में जीत दिला दी उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी श्रीमती राज बिन्दल और भाजपा प्रत्याशी अनीता-रामू बिन्दल को हराकर जीत दर्ज की। 2009 के चुनाव में भाजपा की जमानत जप्त हो गई।रविन्द्र शिवहरे की लगातार दो बार की जीत से प्रभावित होकर कांग्रेस ने अब की बार फिर चुनाव मैदान में उतारा है  ऐसे में देखना हे कि कांग्रेस प्रत्याशी अपना करिश्मा बनाये रखते हैं या फिर परिणाम कुछ और होगा। हालांकि कांग्रेस के बागी  देवेन्द्र गर्ग (डब्बू) निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में है।

सपा और बसपा भी चुनाव मैदान में
नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में स.पा. ने भी शंकर शर्मा को मैदान में उतारा है कोलारस में बसपा ने प्रमोद कुमार गोयल को चुनाव मैदान में उतारा है बसपा को अच्छे समर्थन की उ मीद है अभी चुनाव प्रचार-प्रसार की शुरूआत हे आने वाले दिनों में बड़े नेताओं की सभाएं स पर्क भी होना है जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आएगी मुकावला रोचक होगा ऐसे में अनुमान के दौर भी जनता में बदलते रहेंगे। मतदाताओं का मिजाज भी कई बार बदलेगा। विनोद शर्मा एक बार फिर चुनाव मैदान में शिवसेना के विनोद शर्मा ने अपनी बहन के लिये वार्ड क्र. 05 से भाजपा से पार्षद पद हेतु टिकट मांग रहे थे भाजपा ने वार्ड से पार्षद का टिकट नहीं दिया वह अब शिवसेना से मैदान में आ गये हैं वह पूर्व में अपनी मां को नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा चुके हैं।