फरियाद तो सुनी नहीं कलेक्टर ने धक्का देकर महिला को भगाया, फाड़ा आवेदन

शिवपुरी। कल कलेक्टे्रट में उस समय हलचल मच गई जब एक फरियादी महिला ने कलेक्टर पर धक्का देने और उसका आवेदन फाडऩे का आरोप लगाया। इस घटना के बाद पूरे कलेक्ट्रेट में सन्नाटा पसर गया। बाद में कलेक्टर गाड़ी में बैठकर वहां से चले गए और तहसीलदार आरके पाण्डे को वहां मौजूद शिकायतकर्ताओं से आवेदन एकत्रित करने का आदेश दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सुमंत्रा उर्फ सुमन पत्नी रामचरण निवासी कोलारस दोपहर जनसुनवाई में शिकायती लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां पहले से ही शिकायतकर्ताओं की बहुत भीड़ लगी हुई थी और कलेक्टर नामांकन फार्म लेने में व्यस्त थे। दोपहर करीब 3 बजे के समय जब नामांकन प्रक्रिया खत्म हुई तो कलेक्टर राजीवचंद दुबे किसी कार्य से जाने के लिए अपने चे बर से बाहर निकलकर कार में बैठकर वहां से जाने लगे तो वहां मौजूद शिकायतकर्ताओं ने उनकी कार को घेर लिया और जब कलेक्टर श्री दुबे कार से बाहर उतरे तो वहां सुमंत्रा अपने बच्चों के साथ शिकायती आवेदन लेकर पहुंची तो कलेक्टर ने उसे धक्का देकर उसका आवेदन फाड़ दिया।

जिससे वहां मौजूद शिकायतकर्ताओं में आक्रोश उत्पन्न हो गया और कलेक्टर श्री दुबे अपनी कार में बैठ गए और तहसीलदार आरके पाण्डे को शिकायतकर्ताओं का आवेदन लेने के लिए निर्देशित किया। हालांकि इन आरोपों को कलेक्टर राजीवचंद दुबे ने झूठा और निराधार बताया और उनका कहना है कि वह पूरे दिन बैठकर जनसुनवाई कार्यक्रम में लोगों की शिकायत सुनते रहे हैं और उन्होंने किसी भी महिला को धक्का देकर उसका आवेदन नहीं फाड़ा है।