हरिओम राठौर के, राठौर ही पलट सकते है आकडे

शिवपुरी। नगर पालिका अध्यक्ष शिवपुरी के भाजपा प्रत्याशी हरिओम राठौर को लेकर पार्टी के अंदर के साथ साथ भाजपा का पर परागत वोट राठौर ही आकडे पलट सकता है। और इस वोट बैंक को कैश कराने ही जुगल राठौर और मानकचन्द राठौर ने मैदान में शंखनाद कर दिया है।

अपने राम का कहना है कि जैसे ही नपा की कुर्सी ओबीसी घोषित हुई जैसे ही भाजपा से चार राठौरो ने टिकिट की मांग की थी और इसमे बाजी मार गए हरिओम राठौर और इस बात से नाराज होकर ही मानकचन्द राठौर ने निर्दलीय मैदान में बिल्ली खाएगी नही तो लुढका ही जाएगी के तर्ज पर है।

मानक चंद राठौर का पेट दर्द को खुलकर सामने आ गया और भी राठौर समाज के दावेदारो का भी पेट दर्द हो रहा होगा परन्तु वे खुलकर सामने नही आ रहे है मानक चंद राठौर का दर्द सामने है तो भाजपा दवाई कर सकती है जिनका दर्द सामने नही है उनका ईलाज कैसे होगा वे कितना भीतरघात कर सकते है इसका कोई अनुमान नही है

भाजपा कार्यकर्ता और नगर के नगरिको का भी यह कहना है कि हर बार राठौर ही क्यो क्या इस समाज के अतिरिक्त कोई अन्य समाज में योग्य प्रत्याशी पूरी की पूरी भाजपा में नही है। इस बात की चर्चा हर चौराहै पर हो रही है।

यह तो साफ है कि भाजपा ने हरिओम को टिकिट केवल राठौर वोट बैंक के गणित पर दिया है उनके खाते में संगठन की सीआर हो सकती है पब्लिक की समस्या को लेकर वे कभी रास्ते पर नही आए है। अब मैदान मे तीन राठौर ताल ठोक रहे है राठौरो के वोट बैंक में सेंध तो लग ही चुकी है।

और अभी चुनाव की तस्वीर देखे तो 10 हजार से ऊपर कुशवाह समाज का वोट बैंक है और कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक मुस्लिम वर्ग 15 हजार के ऊपर माना जा रहा है तो कुल मिलाकर 10 से 15 हजार की सेफ जोन वोटिंग चुनाव आंकलन से पूर्व मुन्ना लाल कुशवाह की तरफ दिखाई दे रही है।