अन्नदाता किसान की मजबूरियों का फायदा ना उठाए सरकार: सतीश फौजी

शिवपुरी। अन्नदाता किसान आज बिजली के अभाव में अपनी फसल की बुआई करने से वंचित है यह कोई एक दो या अन्य नहीं बल्कि दर्जनों ऐसे गांव है जहां बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, विद्युत के दिखावे के लिए खंबे तो गाड़ दिए लेकिन डीपी नहीं है और कई जगह लगी हुई डीपीयों को खंबे से उतारकर हटा दिया गया ऐसे में अंधेरे में जीवन यापन कर रहे किसान की सुध सरकार भी नहीं ले रही
यदि यही हालात रहे तो मजबूरन किसानों को अपना हक मांगने के लिए सड़कों पर आना पड़ेगा और आन्दोलन कर प्रदेश सरकार की योजनाओं का बहिष्कार करेंगें, शासन को चाहिए कि वह किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लें और बिजली की समस्या को दूर कर किसानों को राहत प्रदान करें। यह कहना था दिनारा में डाक बंगले के पास आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे  जिला पंचायत सदस्य सतीश फौजी का जिन्होंने मंच से दहाड़ते हुए किसानों की पीड़ा को अपने शब्दों में बयां किया और भरे मंच से प्रदेश सरकार व विद्युत विभाग को जमकर कोसा।

इस दौरान किसानों की तालियों की गडग़ड़ाहट ने सतीश फौजी को संबल प्रदान किया और उन्होंने मरते दम तक किसानों की समस्याओं के लिए लडऩे का वायदा किया। इस दौरान महापंचायत में मौजूद बुन्देलखण्ड किसान मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष महेन्द्र शर्मा ने भी अपने तीखे शब्दों से किसानो की आवाज को बुलंद करते हुए कहा कि प्रदेश में किसानों को उनका हक नहीं मिल रहा है एक ओर जहां मप्र के मुखिया शिवराज सिंह चौहान स्वयं को कृषक पुत्र कहते है तो यह कहना अतिश्योक्ति ही होगा, क्योंकि आज दिनारा के हजारों परिवार बिना बिजली कनेक्शन के अंधेरे में जीवन व्यतीत कर रहे है गांव में खंबे नहीं है तो बिजली कहां से होगी और यदि दिखावे के खंबे है तो डीपीयां नहीं है और जहां डीपीयां है वहंा किसानों पर विद्युत का बकाया बिल बताकर डीपीयां उतार ली गई है ऐेसे में गरीब किसान अपने हक के लिए किससे फरियाद करें, जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार को बुन्देलखण्ड किसान मोर्चा यह चेतावनी देता है कि यदि शीघ्र अतिशीघ्र दिनारा क्षेत्र के दर्जनों ग्रामों में व्याप्त बिजली संकट का हल नहीं हुआ तो आगामी समय में एन.एच.27 हाईवे पर जाम लगाया जाएगा और इसके लिए दोषी जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार होगी।

इन्होंने भी भरी मंच से हुंकार
इस दौरान मंच से अन्य कृषको ने भी अपने तीखे भाषणों से किसान महापंचायत को संबोधित किया जिसमें रामराजा यादव गुलटा, नीटू परिहार डामरौनखुर्द, उदयभान ब हारी, पं.रामकुमार दुबे, श्रीमती विमलेश तिवारी, बृजेश भूतनाथ, मासूम 8वर्षीय बालक नवलराम, संजय बंटी यादव, चन्दू चंदावरा, परवेज खान के साथ-साथ ग्राम ब हारी के राजा भैया चौहान, कुरौल से बृजेश शर्मा, छितीपुर से केशव परिहार, सलैयाडामरौन से पं.रामप्रताप शर्मा, चौसीजा से अखिल मिश्रा, कुचलौन से अतर सिंह, खिरिया जागीर से रवि यादव, बैसेरा से कालूराम झा, ढाड़ से देवेन्द्र रजक, डामरौनकलां से राजकुमार दुबे ने भी अपने संबोधन से किसानों की पीड़ा को व्यक्त किया। इस दौरान अद्र्वनग्न प्रदर्शन करते हुए जिपं सदस्य सतीश फौजी एवं महेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों किसान विद्युत विभाग दिनारा पहुंचे और यहां जे.ई. को बंधक बनाकर विद्युत विभाग का घेराव किया, बाद में बिजली विभाग द्वारा अनेकों गंावों में सप्लाई शुरू होने के बाद अन्य ग्रामों में भी बिजली प्रदाय करने का आश्वासन मिला तब इस किसान महापंचायत प्रदर्शन संपन्न हुआ। समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी पूर्व में जिला प्रशासन को सौंपा गया था और पुन: ध्यानाकर्षण हेतु मु यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान किसानों ने बिजली दो या मौत के नारे भी जमकर लगाए।

इन ग्रामों में नहीं है बिजली
दिनारा क्षेत्र के जिन ग्रामों में बिजली नहीं है उनमें ग्राम दबरा दिनारा, सहरया, फुर्तला, पुनावली, रावगढ़, डामरौनखुर्द, कुचलौन, ढाड़, छितीपुर, सलैया डामरौन, कु हरौआ, चौसीजा, दावरदेही, अलगी में जहां बिजली सप्लाई बंद है तो वहीं बिजली के तार भी कटे हुए है और डीपी भी मौके पर उपलब्ध नहीं हैइसके साथ ही ग्राम खिरिया पुनावली, स्याहीबड़ेरा, बेसौराकलां, कुरौल, ब हारी, कूड़, थनरा, खिरिया जागीर, खिरियामार इत्यादि ग्रामों में तो लगभग पिछले 10 वर्षों से बिजली है ही नहीं यह सभी ग्राम लालटेन युग में जीने को मजबूर है जहां कृषि कार्य एवं फसलों के सिंचाई के लिए किसानों को मजबूरन डीजल खरीदना पड़ रहा है और किसान महंगाई व गरीबी की मार झेल रहे है किसन कमजोर होता चला जा रहा है और कुछ किसान पलायन की स्थिति में है।