सीएम हेल्पलाईन में शिकायत के बाद दर्ज हुआ अध्यापक और सहा.अध्यापक के खिलाफ मामला

शिवपुरी। जिले के गोवर्धन थाना क्षेत्र में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गाजीगढ़ के अध्यापक राजेश बैरागी और सहायक अध्यापक सोनेराम धाकड़ पर एक छात्रा की छात्रवृत्ति हड़पने के मामले में पोहरी बीईओ मोतीलाल खंगार की रिपोर्ट पर से दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420 का मामला दर्ज किया गया है वहीं आयुक्त लोक शिक्षण मप्र भोपाल के आदेश के बाद दोनों को बर्खास्त किया गया।
उक्त मामले में पीडि़त छात्रा चंद्रकला पुत्री नारायण सिंह धाकड़ ने सीएम हेल्पलाइन पर छात्रवृत्ति हड़पने की शिकायत की थी। उस समय हेल्पलाइन पर स्वयं मु यमंत्री उपस्थित थे। जिन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया और दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए उन्होंने शिक्षा विभाग के वरिष्ठों को जांच के आदेश दिए थे।

यह है मामला
बीईओ मोतीलाल खंगार ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2012-13 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत् चंद्रकला धाकड़ को मु यमंत्री द्वारा शुरू की गई छात्रवृत्ति योजना के तहत सायकिल दी जानी थी। 

जिसके लिए साइकिल खरीदी की 2400 रूपये की राशि चैक के माध्यम से छात्रा को देना था। लेकिन विद्यालय के अध्यापक राजेश बैरागी और सहायक अध्यापक व पूर्व में प्रभारी प्राचार्य सोनेराम धाकड़ ने साठगांठ कर उक्त छात्रा के चैक को अध्यापक राजेश बैरागी के भाई रीनू बैरागी के नाम से जारी किया और उसके खाते में चैक को क्लीयर कराया। जब चंद्रकला को साइकिल की राशि उपलब्ध नहीं हुई तो उसके पिता नारायण सिंह धाकड़ ने उक्त मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन के नंबर 181 पर की। जिस समय शिकायत की गई। उस समय मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं फोन अटेण्ड कर रहे थे। 

जब उन्हें इस मामले की जानकारी लगी तो उन्होंने शिकायत को गंभीरता से लेकर तुरंत इसके निराकरण के लिए शिक्षा विभाग को निर्देशित किया। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी और एसडीएम पोहरी एलएस बघेल ने मामले की 31 अक्टूबर को जांच की। जिसमें पाया गया कि दोनों ने छात्रा की छात्रवृत्ति की 2400 रूपये की राशि हड़प कर ली है और इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया। तभी 1 नवंबर को दोनों आरोपियों ने 2400 रूपये की राशि छात्रा के पिता को लौटा दी और इसके एवज में एक शपथ पत्र संपादित कराया। जिसमें उसके पिता ने राशि वापिस मिलना स्वीकारा। लेकिन मामले में सीएम के हस्तक्षेप और  आरोपियों पर दोषारोपण सिद्ध होने के बाद कल दोनों पर एफआईआर कराई गई और दोनों को बर्खाश्त कर दिया गया।