नगर पालिका, नगर पंचायत व महापौर का आरक्षण आज भोपाल में

शिवपुरी। निकाय चुनावों को लेकर आज होने वाले आरक्षण पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। निर्धारित की गई 21 अक्टूबर की तिथि को भोपाल के रविन्द्र भवन में आरक्षण प्रक्रिया होगी। जिसमें महापौर, नगर पालिका एवं नगर पंचायत के लिए लॉटरी पद्वति से आरक्षण किया जाएगा। बीते 16 जून से प्रारंभ होकर अब अंतिम प्रकाशन की ओर पहुंची मतदाता सूची भी पूरी तरह से तैयार है दावे-आपत्तियों के बाद अब इन मतदाता सूचियों का भी प्रकाशन किया जाएगा।

स्थानीय निर्वाचन के माध्यम से निकाय चुनाव को लेकर जो रूपरेखा तय की गई थी वह 16 जून से प्रारंभ होकर आज 20 अक्टूबर को पूर्ण हो गई। नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के मतदाता सूचियों को लेकर दावे आपत्तियां और उनके निराकरण के बाद आज अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा। 

आज रविन्द्र भवन भोपाल में महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष को लेकर प्रदेश स्तर के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी होगी और उसके बाद नगरीय निकाय के चुनाव की गति तेज हो जाएगी। भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस में आरक्षण के बाद अध्यक्षीय पद के दावेदारों की सुगबुगाहट जो चल रही थी वह सीधे तौर पर कल से सामने दिखाई देने लगेगी। इस बार के चुनाव परिसीमन के साथ संपन्न कराए जा रहे है इसलिए अनुमानों को लेकर कोई पूर्व अनुमान के आधार पर यह तय नहीं किया जा सकता कि शिवपुरी नगर पालिका के अध्यक्षीय पद में आरक्षण के बाद क्या होगा? लेकिन इसके बाबजूद भी ज्यादातर लोगों की यह राय है कि सामान्य पुरूष व पिछड़ा वर्ग महिला के बीच में से नगर पालिका शिवपुरी के पद को लेकर आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो सकती है। 

जहां तक सामान्य पुरूष का सवाल है उसमें कांग्रेस और भाजपा के बीच दावेदारों की लंबी सूची है। लेकिन यदि पिछड़े वर्ग महिला में से निर्णय हुआ तो कांग्रेस और भाजपा के पास दावेदारों का टोटा दिखाई देगा और इसमें किसी राजनैतिक व्यक्ति के परिवार के सदस्य को उ मीदवार बनाए जाने की पूरी गुंजाईश बनेगी। 110 पोलिंग बूथों पर संपन्न होने वाले नगर पालिका चुनाव में पार्षदों के आरक्षण के बाद भाजपा-कांग्रेस में दावेदारों की जद्दोजहद तेज हो गई है जिसमें कांग्रेस कोई कोताही बरतना नहीं चाहती जबकि भाजपा में आवेदनकर्ताओं का हुजूम है इसलिए भितरघात की संभावना पार्षदों के टिकिट आवंटन के बाद निचले स्तर पर दिखाई दे सकती है।