विष्णु मंदिर पर जेसीबी की सहायता से बंद किया जा रहा है नाला

शिवपुरी। विष्णु मंदिर के सामने स्थित सार्वजनिक नाले पर निर्माण का विवाद गहराता चला जा रहा है। एक ओर जहां न्यायालय ने नाले पर निर्माण के कार्य को बंद रखने का आदेश दिया है, वहीं निर्माणकर्ता उक्त नाले पर निर्माण के कार्य में जुटा हुआ है।
यहां तक कि जेसीबी और ट्रेक्टरों की सहायता से नाले में मुरम डालकर उसे रातों रात बंद कर दिया है और नाले में पाइप डालकर पानी की निकासी के लिये नाली का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इस कार्य को नगरपालिका ने भी अवैधानिक करार दिया है।

विदित हो कि शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग छत्री रोड पर हुसैन टेकरी के पास स्थित सार्वजनिक नाले पर पुलिया बनी हुई जिससे विष्णु मंदिर और इन्दिरा कॉलोनी, फिजीकल कॉलोनी का गंदा पानी नाले के माध्यम से पुरानी शिवपुरी नाले में विलय होता है, लेकिन उक्त नाले को भूमाफियाओं द्वारा बंद किये जाने के कारण कॉलोनी वासियों की समस्या बढ़ गई है।

यहां तक कि भूमाफियाओं ने रातोंरात भराव कर बंद कर दिया है, वहीं पूर्व में नाले पर मकान और दुकानें तान दीं गई हैं जिनको लेकर भी विवाद गहराया था और उक्त निर्माण कार्य बंद करा दिया गया था, लेकिन कुछ समय निकलने के बाद भूमाफिया ने उक्त पुलिस के नीचे पानी निकासी के स्थान को बदलकर पाइप डालकर पानी निकासी के स्थान को संकुचित कर वहां नाली का निर्माण शुरू कर दिया है जिससे वहां गंदगी और मच्छरों से स्थानीय नागरिकों को मुश्किलें बढ़ रहीं हैं।

यह विवाद न्यायलय में लंबित पड़ा है और न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद उक्त नाले का सीमांकन भी किया है, लेकिन निर्माणकर्ता उक्त सार्वजनिक नाले को अपने स्वामित्व की बताकर निर्माण कार्य जारी रखे हुए है। यहां तक कि निर्माणकर्ता ने नाली निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। जिससे लगता है कि उक्त निर्माण कर्ता को न तो कोर्ट का भय है और न ही प्रशासन का।

नगरपालिका के  उपयंत्री आरडी शर्मा इस निर्माण को अवैधानिक बता रहे हैं। सवाल यह उठता है कि जिस स्थान पर स्टेटकाल से नाला बना हुआ है और वहां पुलिया का भी निर्माण किया गया है तो फिर यह नाला निर्माणकर्ता की निजी भूमि कैसे हो गई।