निकाय चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस में होमवर्क शुरू

शिवपुरी। आगामी नगरपालिका चुनाव हेतु भारतीय जनता पार्टी ने जहां होमवर्क शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस की रणनीतिक तैयारियां लगभग शून्य है।

शहर कांग्रेस कार्यालय ने पार्षद पद हेतु आवेदन आमंत्रित अवश्य किए हैं। लेकिन इस दल में टिकटों की मारामारी नजर नहीं आ रही। आज 13 अक्टूबर को आवेदन पत्र जमा करने का अंतिम दिन है और अभी तक 39 वार्डों में लगभग तीन दर्जन दावेदारों ने ही अपने आवेदन पेश किए हैं। कई वार्डों में तो कांग्रेस के पास उ मीदवार ही नहीं है। 

भाजपा आगामी नगरपालिका चुनाव हेतु तैयारियों में जुट गई है। यह बात अलग है कि मोदी लहर और शिवराज के करिश्मे के बाद भी नगरपालिका चुनाव में भाजपा का रास्ता आसान नहीं हैं। भाजपा के रास्ते की सबसे बड़ी बाधा एंटी इनकंबंसी फेक्टर है। नगरपालिका में भाजपा के परफोरमेंस पर सवाल खड़े हुए हैं। इसी कारण भाजपा सचेत है और चुनाव कैसे जीता जाए इसकी तैयारी करने में जुटी हुई है।

सूत्र बताते हैं कि भाजपा प्रत्येक वार्ड में आंतरिक सर्वे करा रही है। किस वार्ड में किस जाति का वर्चस्व है। जातिगत आधार पर टिकट दिए जाएं या वार्ड के मजबूत प्रत्याशी को टिकट दिया जाए। भाजपा इस सोच विचार में लगी है। यही नहीं प्रत्येक वार्ड में भाजपा एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति करने जा रही है।

सूत्र बताते हैं कि सर्वे रिपोर्ट और पर्यवेक्षक की रिपोर्ट भाजपा उ मीदवार चुनने हेतु इस्तेमाल करेगी। पर्यवेक्षक के साथ-साथ विधायक को भी एक वार्ड से पार्षद पद हेतु तीन-तीन नाम देने को कहा गया है। इसके बाद अंतिम रूप से उ मीदवार का फैसला जिला चुनाव समिति करेगी। भाजपा की तुलना में कांग्रेस की तैयारियां लगभग शून्य है।

कांग्रेस टिकट के लिए मारामारी भी नजर नहीं आ रही। हालांकि शहर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश जैन आमोल कहते हैं कि इसका एक बड़ा कारण है कि अभी अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण नहीं हुआ है। इसी कारण अधिकांश दावेदार अध्यक्ष पद की महत्वाकांक्षा पाले हैं, लेकिन आरक्षण स्पष्ट होने के बाद प्रत्येक वार्ड से पार्षद पद के दावेदारों की सं या कम नहीं रहेगी। उनके अनुसार अभी तक लगभग चार दर्जन उ मीदवारों ने टिकट मांगने हेतु आवेदन दे दिए हैं।