कांग्रेस के पर्यवेक्षकों के समक्ष कुशवाह और शिवहरे समाज ने की दावेदारी

शिवपुरी। आंकड़ों में भले ही नगरपालिका अध्यक्ष पद की दौड़ में कांग्रेसी पीछे हैं। लेकिन भाजपा के खिलाफ एंटी इनकंबंसी फेक्टर को कांगे्रस अपने लिए सुखद मान रही है और पार्टी का दावा है कि इस बार इतिहास बदलेगा। यही कारण रहा कि गत दिवस कांग्रेस पर्यवेक्षकों के समक्ष थोकबंद दावेदारों ने टिकट की मांग की।

कांग्रेसी पर्यवेक्षकों ने एक-एक दावेदार से जिला कांग्रेस कार्यालय में एकांत में चर्चा की। खास बात यह रही कि नपं कोलारस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद प्रतिनिधि रविन्द्र शिवहरे भी दावा ठोकने वालों में शामिल थे। श्री शिवहरे ने बताया कि वह शिवपुरी की बिगड़ती हुई हालत से चिंतित हैं और विकास के लिए यहां से चुनाव लडऩा चाहते हैं।

नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए जिन लोगों ने अपनी उ मीदवारी पर्यवेक्षकों के समक्ष घोषित की उनमें सर्वाधिक दावेदार कुशवाह और शिवहरे समाज से हैं। कुशवाह समाज से नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी करने वालों में सेवादल के जिलाध्यक्ष मुन्ना कुशवाह, सामाजिक छवि के और राजनीति में न रहते हुए भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए प्रचार करने वाले आईपीएस स्कूल के संचालक ओमप्रकाश कुशवाह और चर्चा के केन्द्र ङ्क्षबदू में रहने वाले रामजीलाल कुशवाह प्रमुख हैं।

हालांकि कुशवाह समाज की ओर से मुन्नालाल कुशवाह और ओमप्रकाश कुशवाह की उ मीदवारी अधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार मुन्नालाल कुशवाह की पैरवी वरिष्ठ कांग्रेस नेता सांवलदास गुप्ता और उनके परिजन कर रहे हैं जबकि ओमप्रकाश कुशवाह ग्वालियर के कांग्रेसी नेता दर्शन सिंह के स ाधी हैं जो कोलारस के प्रभारी भी हैं। ओमप्रकाश के लिए स्थानीय कांग्रेस राजनीति में कई वरिष्ठ नेता पर्दे के पीछे टिकट की मांग कर रहे हैं।

पर्यवेक्षकों से भेंट करने वालों में ओमप्रकाश कुशवाह बाहर होने के कारण शामिल नहीं थे। लेकिन उनके समर्थकों ने अवश्य पर्यवेक्षकों से भेंट की। शिवहरे समाज की ओर से टिकट के दावेदारों में कोलारस नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र शिवहरे, नपा के पूर्व उपाध्यक्ष पदम चौकसे, पूर्व पार्षद राजेन्द्र शिवहरे शामिल हैं। इन सभी ने पर्यवेक्षकों के समक्ष अपनी दावेदारी पेश की। पूर्व विधायक जगदीश वर्मा के सुपुत्र प्रद्यु न वर्मा ने भी पर्यवेक्षकों से अपने लिए टिकट की मांग की। श्री वर्मा चुनावी राजनीति से अभी तक दूर रहे हैं।

लेकिन उन्हें कसक है कि अपने पिता से अलग उनकी पहचान अभी तक स्थापित नहीं हो पाई। इसी कारण वह अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩा चाहते हैं। कांग्रेसी दावेदारों में पूर्व पार्षद छत्रपाल सिंह गुर्जर भी अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं। श्री गुर्जर ने सावरकर उद्यान के विकास में खूब पसीना बहाया है और नगर के विकास की अपनी अभिरूचि को वह सावरकर उद्यान का मॉडल पेश कर जाहिर कर रहे हैं।

सूत्र बताते हैं कि श्री गुर्जर के लिए शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विजय जैन टिकट की मांग कर रहे हैं। पार्षद रामसिंह यादव भी टिकट की कतार में हैं और इसी मकसद से कल उन्होंने कांग्रेस पर्यवेक्षक प्रभूराम चौधरी, अमर सिंह माहौर और अमिताभ हर्षी से भेंट की। इसके अलावा भी कई खामोखा किस्म के लोग भी टिकट की कतार में हैं जो इस भ्रम के शिकार हैं कि कांग्रेस और भाजपा दोनों दल उन्हें टिकट देना चाहते हैं।