अपर तहसीलदार के लिए रिश्वत लेता रीडर गिरफ्तार

शिवपुरी। ग्वालियर की लोकायुक्त पुिलस टीम ने तहसील कार्यालय में पदस्थ अपर तहसीलदार के रीडर को मंगलवार की दोपहर करीब 2 बजे 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो अपर तहसीलदार कार्यालय कक्ष में दबोचने की कार्रवाई की है।

आरोपी रीडर शिकायतकर्ता किसान से उसकी जमीन के नामातंरण के बदले उसके साथ उसके तीन अन्य भाईयो से 5-5 हजार रूपए की मांग कर रहा था। जिस पर से पीडि़त किसान तो 5 हजार रूपए देने के लिए तैयार हो गया, लेकिन साथ ही उसने इसकी शिकायत लोकायुक्त एसपी ग्वालियर से कर दी। इसी शिकायत के आधार पर पूर्व योजना के मुताबिक जब किसान ने रीडर को पैसे दिए तो तत्काल लोकायुक्त की टीम ने रीडर को पकड़कर उसके हाथ धुलवाए तो पानी रंगीन हो गया।

पुलिस ने इस प्रकरण में रीडर के खिलाफ 10 अक्टूबर को ही रिश्वत की रिर्कोडिग के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली थी। उक्त पूरी कार्रवाई डीएसपी धर्मवीर सिंह भदौरिया के नेत्त्व में की गई।कार्रवाई के दौरान रीडर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों को दबाब होता है इसलिए यह लेनदेन करना पड़ता है। पुिलस इस मामले में अपर तहसीलदार से भी पूछताछ करने की बात कह रही है। लेकिन फिलहाल अपर तहसीलदार फील्ड में है जिसके चलते पुलिस पूछताछ नहीं हो पाई है।

लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक सिरसौद थाना क्षेंत्र के ग्राम कुंवरपुर मे रहने वाले किसान अशोक(42) पुत्र लक्ष्मण सिंह रावत ने 9 अक्टूबर को ग्वालियर लोकायुक्त एसपी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी जमीन को उसके व उसके भाईयो के नाम करने व नामांतरण करने की एवज में अपर तहसीलदार मान सिंह रावत का रीडर भगवत सहाय श्रीवास्तव उससे प्रति भाई 5-5 हजार रूपए कुल मिलाकर 20 हजार रूपए की मांग कर रहा है। इस शिकायत के आधार पर किसान को एक टेपरिकोर्डर लेकर आरक्षक के साथ शिवपुरी भेजा गया। 
10 अक्टूबर को किसान अशोक ने आरक्षक के साथ तहसील कार्यालय में जाकर पैसो के लेनदेन की बात को टेप कर पुलिस के समक्ष रखा। बाद में योजना के तहत आज मंगलवार को ग्वालियर से आई लोकायुक्त पुलिस टीम ने तहसील कार्यालय में दोपहर में अपर तहसीलदार रावत के कक्ष में रीडर भगवत को 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिर तार कर लिया। अचानक से लोकायुक्त की हुई कार्रवाई से तहसील कार्यालय में भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई तथा कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारी व बाबू अपनी-अपनी सीट छोड़कर इधर-उधर हो गए। पुलिस द्वारा मौके पर ही रीडर को जमानत देने की कार्रवाई भी की गई है। इस कार्रवाई में पुलिस टीम के निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान, मनीष शर्मा, आरबी शर्मा, नरेन्द्र त्रिपाठी, हवलदार इकबाल खान, आरक्षक प्रमोद तोमर, पीतम व राजेन्द्र शामिल थे।

इनका कहना है
पीडि़त किसान ने 9 अक्टूबर को हमारे समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। अगले दिन टेप रिर्कोडर देकर लेनदेन की पूरी बातचीत टेप कराई गई। फिर रीडर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मंगलवार को रंगे हाथो रीडर को 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिर तार किया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
धर्मवीर सिंह भदौरिया
डीएसपी, लोकायुक्त ग्वालियर