उत्सव हत्याकाण्ड के मामले की जांच को लेकर दायर होगी पीआईएल

शिवपुरी। बीते वर्ष 4 मार्च 2013 को शहर में हुए उत्सव हत्याकाण्ड की मामला अब एक बार फिर से तूल पकडऩे जा रहा है। इस हत्याकाण्ड को बेहद गंभीरता और आरोपियों के खिलाफ डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही ना होना जनसामान्य की भावना से खिलवाड़ व जन सामान्य में असुरक्षा का भाव पैदा करता है।
इसी उद्देश्य को लेकर अब जनता व मासूम बच्चों के साथ इस प्रकार कोई घटना घटित ना हो इसके लिए शहर के वरिष्ठ अभिभाषक पीयूष शर्मा ने उत्सव हत्याकाण्ड की परतों पर पड़ा पर्दा हटाने का मन बनाया है और शीघ्र ही वह इस मामले में एक पीआईएल दर्ज कर इस मामले की बारीकी से जांच की मांग करेंगें।

एड.पीयूष ने कहा हैकि वह उत्सव हत्याकाण्ड को लेकर एक बड़ा खुलासा सीबीआई जांच के माध्यम से कराना चाहते है क्योंकि इस हत्याकाण्ड में कुछ विशिष्ट लोग भी शामिल हो सकते है ऐसे में सीबीआई जांच के बाद इस मामले का जब खुलासा होगा तो शहर में फिर कोई उत्सव हत्याकाण्ड जैसी घटना कारित करने का दुस्साहस ना कर सके। 

फिलवक्त एड.पीयूष ने अपनी कागजी तैयारी कर पीआईएल दर्ज करने हेतु अग्रसर है जो शीघ्र ही होगी। इस घटनाक्रम में एड.पीयूष ने जनसामान्य से भी मांग की है कि वह इस संदर्भ में अपना सहयोग कर उत्सव हत्याकाण्ड के संदर्भ में जो भी जानकारी हो वह प्रदान करें ताकि उत्सव हत्याकाण्ड के आरोपियों की गिरेबां तक सीबीआई के हाथ पहुंचे और आरोपी कोई भी वह न्यायालयीन प्रक्रिया से दण्डित हो व पीडि़त के माता-पिता एवं शहर में शांति का वातावरण निर्मित हो। यहां बताना होगा कि बीती दो मार्च 2013 को हेप्पीडेज स्कूल के कक्षा 6 का छात्र उत्सव जब अपने घर से विवेकानंद कॉलोनी क्षेत्र में ट्यूशन पढऩे साईकिल से तीन बजे गया था। इस दौरान उसका अज्ञात आरोपियों ने अपहरण कर लिया। 

उत्सव की साईकिल गांधी पार्क में खड़ी मिली और अपहरण के डेढ़ घंटे बाद ही कथित अपहरणकर्ता ने मोबाईल नंबर 9981723391 से उत्सव के पिता कमल किशोर गोयल के मोबाईल नंबर 9993016978 को फोन लगाकर जानकारी दी कि बालक का अपहरण हो गया है और पांच लाख रूपये की फिरौती देने के बाद उसे रिहा कर दिया जाएगा। इसके बाद अपहृतों के पास दी गई रकम नहीं पहुंची और यह मामला तूल पकड़ गया तो अपहरणकर्ताओं ने अमोला पुल के निकट उत्सव  की जघन्य हत्या कर दी थी। इस हत्याकाण्ड में हैप्पीडेज स्कूल के एक ड्रायवर को आरोपी बनाया गया था लेकिन घटना के डेढ़ बर्ष बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस भावना से आहत होकर एड.पीयूष ने यह मामला उठाने का मन बनाया है ओर वह अब होईकोर्ट में पीआईएल दाखिल कर इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग करेंगें।