कुपोषित बच्चो को नहीं मिला आसरा, वापस अपने डेरे में पहुंचे

शिवपुरी। पिछोर से 13 किमी दूर ग्राम पंचायत बडेरा में गंभीर रूप से कुपोषित 2 बच्चे मिले हैं परिजनों ने बताया कि दोनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर में इलाज के लिए भर्ती कराया था, लेकिन वहां कह दिया गया कि बच्चों की हालत नाजुक है, इन्हें शिवपुरी ले जाकर भर्ती करो।

पोषण पुनर्वास केंद्र पिछोर में बेड खाली नहीं होने की वजह से यहां इन्हें दाखिला नहीं मिल पाया, इस वजह से यह परिवार वापस कुपोषित बच्चों को लेकर वापस घर लौटने की जानकारी मिल रही है।

सावित्री पत्नी सुनील का दो वर्षीय लड़का शिवा गंभीर रूप से कुपोषित है इसे अति कुपोषित श्रेणी में रखा है पीएससी पिछोर के प्रारंभिक परीक्षण के बाद शिवा को शिवपुरी ले जाकर इलाज कराने की सलाह दी गई थी, परंतु तंगहाली के चलते परिवार शिवपुरी नहीं पहुंच सका और वापस बडेरा की आदिवासी बस्ती में जाकर रहने लगा

यही स्थिति रामदुलारी पत्नी हरगोविंद के एक वर्षीय लड़के राजेन्द्र की है, जो गंभीर रूप से कुपोषण का शिकार है पोषण पुनर्वास केंद्र में 20 बेड हैं जो कि इस समय कुपोषित बच्चों से फुल हैं, यही कारण है कि इन दोनों बच्चों को वहां दाखिला नहीं मिल सका और अब ये जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं बेड खाली नहीं होगा तो कह दिया गया होगा कि शिवपुरी ले जाओ जब बेड खाली हो, तब वो लोग यहां आ जाएं भर्ती करवा दैंगे।