अब मचा सूअरपालकों में हड़कंप, धड़ाधड़ पकड़ रहे हैं सूअर

शिवपुरी। नगरपालिका से हुए अनुबंध के तहत शहर में घूम रहे आवारा सूअरों को शूटआउट करने का ठेका लेने वाले हैदराबाद के नबाव सफात अली अपनी टीम सहित शिवपुरी आ गए हैं। कल 21 सितम्बर से सूअरों को शूटआउट करने का सिलसिला शुरू होगा।

इस बात की मुनादी नगरपालिका ने शहरभर में पिटवा दी है और यह खबर पाकर सूअर पालकों में हड़कंप मच गया है। शहरभर से सूअर पालक धड़ाधड़ सूअर पकड़ रहे हैं। पहली बार सूअरपालकों में भय देखा गया। अभी तक राजनेता, प्रशासन और न्यायपालिका के आदेशों की वे धज्जियां उड़ाते रहे थे।

मुख्य नगरपालिका अधिकारी अशोक रावत ने बताया कि नगरपालिका माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का क्रियान्वयन कर रही है। यदि यह काम बिना हिंसा के हो जाता है तो सूअरों को शूट आउट करने की नौबत नहीं आती। उन्होंने बताया कि ठेका लेने वाले नबाव सफात अली की टीम प्रतिदिन तीन-चार सौ सूअरों को शूट आउट करेगी तथा उनके शरीर के डिस्पोजल की नगरपालिका ने पूरी व्यवस्था कर ली है ताकि बीमारियों का फैलाव नहीं होने पाए।

उन्होंने कहा कि सूअरपालकों के पास अभी भी समय है यदि वे सूअरों को शहर से हटा लेते हैं तो शूट आउट की नौबत नहीं आएगी। उनका उद्देश्य किसी जीव की हिंसा करना नहीं, बल्कि शहरवासियों को सूअरों के आतंक से मुक्ति दिलाना है। साथ ही न्यायालय के आदेश का क्रियान्वयन करना है। उधर दूसरी ओर सूअर पालक धड़ाधड़ सूअर पकडऩे में जुटे हुए हैं। शहर में जहां देखो वहां सूअरपालक सूअर पकड़ रहे हैं।

उनके पकडऩे का तरीका बेहद आसान है। वे लोहे का फंदा सूअरों के गले में डालकर उन्हें पकड़ रहे हैं और कपड़े से सूअरों का मुंह बंद कर रहे हैं ताकि वह चिल्ला न पाए। अभी तक सूअरपालक सूअरों के स्वामित्व से पल्ला झाड़ रहे थे, लेकिन अब जिस तरह से वह सूअर पकड़ रहे हैं उससे जाहिर है कि शहर में व्याप्त सूअर समस्या के मूल में उनकी अहम भूमिका है।

नगरपालिका क्यों करेगी महंगा सौदा: सीएमओ रावत
मुख्य नगरपालिका अधिकारी अशोक रावत से जब पूछा गया कि गुवाहाटी से सूअरों को पकडऩे का ठेका लेने वाले डी बरूआ आए हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें ठेका देकर हम नगरपालिका को लुटवाएंगे नहीं। सीएमओ ने कहा कि शूट आउट करने की दर 240 रूपये प्रति सूअर है। जबकि वे पकडऩे की दर 850 रूपये प्रति सूअर मांग रहे हैं और फिर सूअरों को पकड़कर वे आसाम में मुनाफा अलग से कमाएंगे। जब श्री रावत से इस आशंका के बारे में पूछा कि मृत सूअरों के शरीर के विनिष्टीकरण की प्रक्रिया में बीमारी फैलने और पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की आशंका है तो श्री रावत ने कहा कि इसके लिए हम सचेत हैं और इसके लिए शहर से बाहर जगह नियत कर ली गई है।