क्या आपके पास है 'मेरी इक्यावन कविताएं'

अटलजी जैसे महापुरुष हर युग में नहीं होते। ऐसे संस्कार, ऐसे विचार, ऐसा ओज और ऐसा तेज हर किसी को नहीं मिलता। देश कभी नहीं भूल सकता अटलजी के मंत्रमुग्ध कर देने वाले भाषणों को। केवल जनता के बीच ही नहीं बल्कि संसद के अंदर भी जब अटलजी बोलने के लिए खड़े होते थे तो क्या पक्ष और क्या विपक्ष सब चुप हो जाया करते थे। संसद में पिन ड्राप साइलेंस का इतिहास शायद तभी बना होगा।

अटलजी की एक पुस्तक 'मेरी इक्यावन कविताएं' हर वर्ग और हर युग में पसंद की जाएगी। इसका कोई विकल्प हो ही नहीं सकता। यह एक ऐसी पुस्तक है जो रग रग में जोश भर देती है। देशप्रेम का तूफान ले जाती है। जीवन को समझने के लिए एक नया दृष्टिकोंण देती है।

ऐसी दुर्लभ पुस्तकें हर किसी के पास होनी चाहिए। यह पुस्तक आपके जीवन की किस कठिनाई को दूर करने का कौन सा रास्ता बता देंगी कहा नहीं जा सकता। 15 अगस्त के लिए परिवार के साथ चाट के चटखानों में हम और आप दो पांच सौ रुपए हंसते हंसते खर्च कर देंगे, जबकि इस पुस्तक का मूल्य मात्र 160 रुपए है।

यदि आपके हृदय में भी है देशप्रेम की भावनाएं तो यह पुस्तक आपकी निजी लाइब्रेरी में होनी ही चाहिए। कृपया ध्यान कीजिए क्या आपके पास है 'मेरी इक्यावन कविताएं'

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प्रकाशक के पास इसकी सीमित प्रतियां ही शेष हैं।